Parliament: वंदे मातरम पर पीएम मोदी ने लोकसभा में की चर्चा, जानें उनके भाषण की अहम बातें

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व वाली मुस्लिम लीग ने 1937 में वंदे मातरम का विरोध किया था. जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस ने उनका विरोध करने के बजाए गीत की ही जांच शुरू कर दी.

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व वाली मुस्लिम लीग ने 1937 में वंदे मातरम का विरोध किया था. जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस ने उनका विरोध करने के बजाए गीत की ही जांच शुरू कर दी.

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Jalaj Kumar Mishra
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PM Modi key quotes Sacred War Cry Vande Mataram in Parliament

PM Modi

सोमवार को लोकसभा में विशेष बहस के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र गीत वंदे भारत पर बात की. उन्होंने वंदे मातरम को भारत की राष्ट्रीय चेतना और स्वतंत्रता आंदोलन का आधार बताया. पीएम मोदी ने कहा कि वंदे मातरम को याद करना हम सबके लिए गर्व का विषय है. 

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जानें पीएम मोदी के भाषण की सात बड़ी बातें...

कांग्रेस पर निशाना

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि कुछ ताकतों ने पिछली सदी में वंदे मातरम के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने दावा किया कि मोहम्मद अली जिन्ना वाली मुस्लिम लीग ने 1937 में वंदे मातरम का विरोध किया. इसके बाद जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस ने विरोध करने के बजाए गीत की ही जांच शुरू कर दी. 

कांग्रेस ने इसे दो हिस्सों में बांट दिया

पीएम मोदी ने पांच दिन के अंदर नेहरू ने सुभाष चंद्र बोस को पत्र लिखते हुए कहा कि गीत मुसलमानों को परेशान कर सकता है. कांग्रेस ने इसके बाद गीत को दो हिस्सों में बांट दिया. पीएम मोदी ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति कहा है. 

‘विभाजन की नींव’ और INC पर टिप्पणी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वंदे मातरम के अंश हटाने का फैसला ही बंटवारे की दिशा में एक बड़ा समझौता था. उन्होंने कहा कि आज की कांग्रेस भी उसी राह पर है. आईएनसी अब एमएमसी बन गई है- मुस्लिम लीग या फिर माओवादी कांग्रेस.

बंकिमचंद्र और बंगाल का संदर्भ

पीएम मोदी ने कहा कि बंकिमचंद्र ने ऐसे वक्त पर वंदे मातरम लिखा था, जब भारत को नीची निगाहों से देखा जाता था. उन्होंने बताया कि विभाजन के दौरान 1905 में, बंगाल ब्रिटिश ‘डिवाइड एंड रूल’ की प्रयोगशाला बन गया. लेकिन वंदे मातरम ने ही लोगों में राष्ट्रीय एकता का भाव जगाए रखा. 

ब्रिटिश प्रतिबंध और स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका

पीएम मोदी ने कहा कि वंदे मातरम सिर्फ एक राजनीतिक नारा नहीं है. ये गुलामी की मानसिकता को खत्म करने का संकल्प था. ब्रिटिश शासन ‘God Save the Queen’ नारे को घर-घर तक पहुंचाना था. इस वजह से वंदे मातरम के प्रकाशन पर ब्रिटिश राज ने रोक लगा दी. 

आपातकाल और 100 वर्ष का संदर्भ

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब गीत को 100 वर्ष पूरे हो रहे थे, तब देश आपातकाल से गुजर रहा था. ये “संविधान का गला घोंटने वाला अध्याय” है. उन्होंने कहा कि देश के पास आज वंदे मातरम की महिमा को फिर से स्थापित करने का अवसर है.

वीडी सावरकर ने लंदन के इंडिया हाउस में वंदे मातरम गया

पीएम मोदी ने संसद में कहा कि कैसे वीडी सावरकर ने लंदन के इंडिया हाउस में वंदे मातरम गया था. उन्होंने कई स्वतंत्रता सेनानियों के नाम गिनाए, जिन्होंने वंदे मातरम को स्वतंत्रता संघर्ष की प्रेरणा बताया.

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