ट्रंप को पीएम मोदी का मिला समर्थन, गाजा शांति समझौते को लेकर उठाया ये कदम

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक 20-बिंदु आधारित शांति योजना पेश की है. इस योजना का मकसद इजरायल और हमास के बीच जारी हिंसा को विराम देना है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक 20-बिंदु आधारित शांति योजना पेश की है. इस योजना का मकसद इजरायल और हमास के बीच जारी हिंसा को विराम देना है.

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Dheeraj Sharma
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Photo (ANI)

पश्चिम एशिया के लंबे समय से चले आ रहे गाजा संघर्ष को जल्द खत्म करने के लिए दुनियाभर में कोशिशें शुरू हो गई हैं. इसी कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एक 20-बिंदु आधारित शांति योजना पेश की है. इस योजना का मकसद इजरायल और हमास के बीच जारी हिंसा को विराम देना है.  इस योजना को वैश्विक मंच पर समर्थन मिल रहा है. खास बात यह है कि इसको लेकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप का समर्थन किया है. इसको लेकर पीएम मोदी ने खास कदम भी उठाया है. 

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प्रधानमंत्री मोदी ने जताया समर्थन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 30 सितंबर को एक्स पर एक पोस्ट के जरिए ट्रंप के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा, 'हम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए दिए गए प्लान का स्वागत करते हैं. यह योजना न केवल इजरायली और फिलीस्तीनी नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र के लिए शांति, सुरक्षा और विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है.'

यही नहीं मोदी ने उम्मीद जताई कि अन्य देश भी इस प्रस्ताव को समर्थन देंगे, जिससे गाजा में शांति स्थापना की दिशा में ठोस प्रगति हो सके. 

ट्रंप की योजना को वैश्विक समर्थन

अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से तैयार की गई यह 20-प्वाइंट योजना कई रणनीतिक, मानवीय और राजनीतिक पहलुओं को ध्यान में रखती है. इसमें तत्काल युद्धविराम (सीजफायर), मानवीय राहत, गाजा में पुनर्निर्माण और दीर्घकालिक राजनीतिक समाधान की बात की गई है.  इस योजना को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने समर्थन दे दिया है. इसके अलावा, मिस्र और कतर जैसे क्षेत्रीय शक्तियों ने इसे हमास के सामने भी पेश किया है. 

हमास की प्रतिक्रिया का इंतजार

हालांकि, अभी तक हमास ने इस प्रस्ताव पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है. संगठन ने संकेत दिए हैं कि वे इस योजना पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और जल्द ही प्रतिक्रिया देंगे. सूत्रों की मानें तो हमास नेतृत्व का ध्यान इस बात पर है कि क्या इस प्रस्ताव में उनके प्रमुख मुद्दों जैसे क्षेत्रीय नियंत्रण, सुरक्षा और फिलीस्तीनी जनता के अधिकार को पर्याप्त महत्व दिया गया है या नहीं. 

यूएन मंच पर हुई थी अहम बैठक

ट्रंप ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की बैठक से इतर अरब और मुस्लिम देशों के साथ एक विशेष चर्चा की थी. इसी बैठक के दौरान उन्होंने गाजा संघर्ष को समाप्त करने के अपने प्रस्ताव को साझा किया. इसके तुरंत बाद, अमेरिका ने इसे इजरायली नेतृत्व के साथ साझा किया, जिसे प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. 

शांति की ओर एक बड़ा कदम?

गाजा में वर्षों से चल रहा संघर्ष हजारों जानें ले चुका है और क्षेत्र को लगातार अस्थिर बना रहा है. ऐसे में ट्रंप की यह पहल एक संभावित ब्रेकथ्रू मानी जा रही है. भारत जैसे प्रभावशाली देशों का समर्थन इस योजना को और मजबूती देता है. यदि सभी संबंधित पक्ष सहयोग करें, तो यह प्रस्ताव गाजा और पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए टिकाऊ शांति का रास्ता खोल सकता है.

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