जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने सबको अंदर से हिला कर रख दिया है. देश में एक ओर जहां लोगों में इस कायराना हरकत को लेकर आंतवादियों के लिए भारी गुस्सा है, वहीं हमले में जान गंवाने वाले लोगों के लिए आंखें नम भी हैं. वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हमले को लेकर हुई सीसीएस की बैठक खत्म हो गई है. दो घंटे से ज्यादा चली सीसीए की बैठक में पहलगाम आतंकी हमले की समीक्षा की गई और आगे की रणनीति मुहर लग चुकी है. CCS की बैठक में रणनीतिक फैसले के अलावा क्या हुआ इसकी जानकारी थोड़ी देर में MEA की ब्रीफिंग में दी जाएगी.
आतंकी हमले के विरोध में देशभर में गुस्सा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में देशभर में गुस्सा फूट पड़ा है. महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के खामगांव में हिंदू समुदाय ने उपविभागीय अधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर इस हमले की कड़ी निंदा की. उपविभागीय अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को सौंपे गए वक्तव्य में कहा गया कि यह हमला देश की एकता और अखंडता को कमजोर करने की साजिश है. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार पीड़ितों और उनके परिवारों की हर संभव मदद करे, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और कश्मीर में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित महाराष्ट्र लाया जाए. वक्तव्य में सभी राजनीतिक दलों और संगठनों से मतभेद भुलाकर एकजुट होने की अपील की गई. प्रदर्शनकारियों ने कहा, यह हमला केवल पर्यटकों पर नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता पर प्रहार है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और तेज करना होगा और आतंकियों को कड़ी सजा देने के साथ सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है.
विरोध प्रदर्शन जारी
वहीं, महाराष्ट्र के पालघर में शिवसेना (शिंदे गुट) ने हुतात्मा चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की. शिवसेना नेता ने कहा, पहलगाम में हुआ हमला कश्मीर की शांति और पर्यटन को नुकसान पहुंचाने की साजिश है. सरकार को तत्काल कदम उठाकर दोषियों को सजा देनी चाहिए. आतंकवाद के खिलाफ देश को एकजुट होकर लड़ना होगा. उधर, पंजाब के पठानकोट में शहीद परिवार सुरक्षा परिषद ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. परिषद के सदस्यों ने आरोप लगाया कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ है. उन्होंने कहा, हम सरकार से मांग करते हैं कि पाकिस्तान को इस कायरतापूर्ण कृत्य का करारा जवाब दिया जाए.