/newsnation/media/media_files/2025/08/22/indian-parliament-security-breach-2025-08-22-10-37-48.jpg)
Parliament Security Breach: संसद भवन से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां सुरक्षा में एक बार फिर चूक का मामला सामने आया है. दरअसल एक अज्ञात शख्स संसद भवन की दीवार फांदकर भवन के अंदर घुस गया. बताया जा रहा है कि ये शख्स गरुड़ द्वार तक पहुंच गया था. हालांकि वहां उसे पकड़ लिया गया है. फिलहाल शख्स से पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक शख्स संसद भवन के पास लगे पेड़ की सहायता से ऊपर चढ़ा औऱ फिर दीवार फांदकर अंदर घुस गया.
रेलभवन की तरफ से चढ़ा शख्स
मिली जानकारी के मुताबिक घटना सुबह 6 बजे की बताई जा रही है. खास बात यह है कि एक दिन पहले यानी 21 अगस्त को ही संसद का सत्र अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गया था. बताया जा रहा है कि ये शख्स सुबह 6 बजे के आस-पास दीवार फांदकर अंदर घुसा था. यही नहीं इस शख्स ने रेल भवन की ओर से संसद में घुसने की कोशिश की है.
वहीं सुरक्षाकर्मियों ने उसे तुरंत दबोच लिया है. फिलहाल इस शख्स से पूछताछ की जा रही है. ये जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर वह संसद में क्यों घुसा, इसके पीछे उसका क्या मकसद था. क्या उसे यहां भेजने में कोई और भी साथ है. इस तरह के सवालों के जवाब इस शख्स से पूछे जा रहे हैं.
पहले भी हो चुकी है चूक
इससे पहले भी संसद भवन की सुरक्षा में ये पहली बार नहीं है जब चूक हुई हो. इससे पहले भी सिक्योरिटी में सेंध के मामले सामने आ चुके हैं.
2024–2025 के बीच सोशल इंजीनियरिंग और फर्जी पहचान से प्रवेश
हाल के वर्षों में कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया कि संसद परिसर में फर्जी पहचान पत्र के जरिए लोगों ने एंट्री ली .
यह डिजिटल और दस्तावेजी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है.
13 दिसंबर 2023 को संसद परिसर में गैस कनस्तर फोड़ने की घटना
वहीं दो युवकों ने लोकसभा में दर्शक दीर्घा से कूदकर संसद में गैस केनिस्टर छोड़े. ये घटना 13 दिसंबर 2023 की है. इन लोगों के अलावा संसद परिसर में बाहर दो अन्य लोगों ने भी धुआं छोड़ने वाले गैस कनस्तर का इस्तेमाल किया. इस घटना ने दिखाया कि संसद की सुरक्षा व्यवस्था में फिजिकल और इंटेलिजेंस लेवल पर गंभीर खामियां हैं.
सभी आरोपी बाद में पकड़े गए, लेकिन सवाल यह रहा कि वे संसद तक पहुंचे कैसे?
22 जुलाई 2008 को लहराई नोटों की गड्डी
इससे पहले संसद में सदन के भीतर नकद पैसे की गड्डियां लहराई गईं. जो एक 'कैश फॉर वोट' स्कैम का हिस्सा था. यह सुरक्षा दृष्टि से गंभीर था क्योंकि इतनी बड़ी मात्रा में कैश संसद के अंदर लाया गया. इससे संसद की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे.
13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकी हमला
वहीं भारतीय संसद की सुरक्षा में सेंध का सबसे बड़ा मामला वर्ष 2001 में 13 दिसंबर को ही सामने आया था. इसे अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा में चूक माना गया. इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 5 आतंकियों ने संसद भवन पर आत्मघाती हमला किया. सभी हमलावर संसद भवन में घुस गए, उस समय संसद का सत्र चल रहा था. हमले में 9 सुरक्षाकर्मी और एक माली शहीद हुए. सुरक्षा बलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया, लेकिन यह हमला देश की सुरक्षा प्रणाली की बड़ी विफलता साबित हुआ.