ऑपरेशन सिंदूर को बाद भारत-पाकिस्तान संघर्ष में चीनी हथियारों के फेल्योर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिखाई गई नरमी के बाद अब पाकिस्तान के अपने पुराने दोस्त चीन को लेकर सुर बदलने लगे हैं. पाकिस्तान अब चीनी हथियारों पर भरोसा नहीं कर पा रहा है और अब अमेरिकी हथियारों में दिलचस्पी दिखा रहा है. यही वजह है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चीन के उन्नत जे-35ए स्टील्थ फाइटर जेट खरीद की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है. पाक रक्षा मंत्री ने इन मीडिया रिपोर्ट के निराधार बताया, जिनका उद्देश्य केवल चीन की डिफेंस डील को बढ़ावा देना है.
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चीन को लेकर क्या बोले पाक रक्षा मंत्री
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ब्लूमबर्ग और इंटरनेशनल मीडिया संस्थानों ने जून 2025 में दावा किया था कि पाकिस्तान, चीन द्वारा विकसित जे-35ए स्टील्थ फाइटर जेट को खरीदने वाला पहले देश बनने जा रहा है. जे-35ए स्टील्थ फाइटर जेट चीन की शेनयांग एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन द्वारा विकसित किया गया पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ जेट है, जो एडवांस टेक्नोलॉजी और रडार को चकमा देने वाली तकनीकी से लैस है. अरब न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में पाक डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने दो टूक कहा कि हम इनको नहीं खरीद रही हैं. उन्होंने मीडिया को खबरों को खारिज करते हुए कहा कि यह चीनी डिफेंस सेल के लिए अच्छा प्रचार है.
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चीनी जे-35 फाइटर जेट खरीदने से पाकिस्तान क्यों कर रहा इनकार
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर को बाद भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के बाद हालात संवेदनशील बने हुए हैं. ऐसे में अगर पाकिस्तान चीन स्टेल्थ फाइटर जेट खरीदनी की पुष्टि करता है तो यह भारत को उकसाने वाला कदम माना जा सकता है. दूसरा पाकिस्तान इस समय आईएमएफ की कड़ी आर्थिक निगरानी में है. ऐसे में अरबों डॉलर के खर्च से हथियार खरीदना उसके वित्तीय अनुशासन पर सवालिया निशान लगा सकता है. ऐसे में चीनी हथियारों की खरीद से इनकार कर पाकिस्तान दिखाना चाहता है कि वह एक जिम्मेदार आर्थिक नीति को अपना रहा है.