Pahalgam Terrorist Attack : पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया. इस फैसले के बाद पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है, क्योंकि विश्लेषकों का मानना है कि अगर भारत ने पानी रोका तो यह पड़ोसी देश की बर्बादी की वजह बन सकता है. भारत के फैसले से सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बांग्लादेश में भी डर समाने लगा है. बांग्लादेश में इस बात को लेकर चिंता जताई जा रही है कि राजनीतिक संबंधों में गिरावट की स्थिति में भारत पानी को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने से संकोच नहीं करेगा. अब सवाल यह कि बांग्लादेश को भारत पानी के जरिए कैसे नुकसान पहुंचा सकता है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बांग्लादेश पर निशाना साधा.
क्या है पूरा मामला
उन्होंने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर लिखा है कि बांग्लादेश भी बड़ा छटपटा रहा है. उसको भी गंगा नदी का पानी बंद करने का समय आ गया है. पानी पीकर जिएगा हमसे और गाएगा पाकिस्तान से. असल में भारत और बांग्लादेश के बीच 1996 में गंगा जल बंटवारा संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसका उद्देश्य गंगा नदी के जल का बंटवारा था. यह संधि 1975 में फरक्का बैराज के निर्माण के बाद उत्पन्न हुए विवाद को सुलझाने के लिए थी, जिसका उद्देश्य कोलकाता बंदरगाह के लिए पानी का प्रवाह बनाए रखना था. संधि 30 साल के लिए थी और 2026 में समाप्त होगी, जिसे आपसी सहमति से नवीनीकृत किया जा सकता है. फरक्का बैराज भारत में गंगा नदी पर बना है और पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश की सीमा से करीब 10 कि.मी दूर स्थित है.