पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद जान गंवाने वाले सैयद आदिल हुसैन शाह के भाई को वक्फ बोर्ड ने नौकरी दी गई है. उसे नियुक्ति पत्र सौंपा गया है. गुरुवार को आदिल के भाई नजाकत शाह को नियुक्त किया गया. बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ.दरख्शां ने कहा, आदिल की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा. मेहमानों को बचाने के लिए आदिल जिस बहादुरी व निडरता से आतंकवादियों से लड़ा, वहीं कश्मीरियत है. डॉ.अंद्राबी के अनुसार, आदिल की कुर्बानियों के एवज में यह मामूली सी नौकरी उसके जाने के नुकसान की भरपाई तो नहीं कर सकती है. इससे आदिल के गरीब परिवार को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी.
आदिल पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी
आपको बता दें कि बैसरन में आतंकियों ने 26 पर्यटकों का नरसंहार किया था. इसी नरसंहार में पेशे से घोड़ेबान आदिल जो उस समय अपने मेहमान पर्यटकों के साथ बैसरन में मौजूद था. उन्होंने पर्यटकों को बचाने की कोशिश की. इस दौरान आतंकियों ने आदिल पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इसके कारण उसे जान गंवानी पड़ी थी. इस हमले के बाद से पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है. जांच में सामने आया कि पाकिस्तान की शह पर यह आतंकी हमला हुआ.
NIA चीफ सदानंद दाते भी बैसरन वैली पहुंचे
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों पर सुरक्षाबलों ने शिकंजा कस दिया है. घटना से जुड़े लोगों से मिली जानकारी के आधार पर सर्च ऑपरेशन लगातार आगे बढ़ रहा है. चप्पे चप्पे को खोजा जा रहा है. गुरुवार को NIA चीफ सदानंद दाते भी बैसरन वैली पहुंचे. आतंकी हमले में अब तक मिली जानकारी और खुफिया इनपुट के आधार पर सुरक्षाबलों ने कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, अनंतनाग, त्राल, पुलवामा, सोपोर, बारामुल्ला और बांदीपुरा में निगरानी बढ़ा दी है.आतंकियों और उनके मददगारों के इन्हीं इलाके में होने की आशंका है. घटना की जांच कर रही एनआईए के सूत्रों का कहना है कि घेरेबंदी के बावजूद आतंकी अब तक कहीं नजर नहीं आए हैं. इसका मतलब उनके पास पूरा बैकअप था. हमलावरों के पास खाने-पीने का सामान और जरूरी समान हैं. ये अगले 48 घंटे में खत्म होने की संभावना है. इसके बाद उनकी हालत पतली हो सकती है और उन्हें बाहर आना पड़ेगा.