Operation Sindoor: भारत ने आखिरकार देश की 140 करोड़ जनता के उस सवाल का जवाब दे दिया कि भारत कब पहलगाम हमले का बदला लेगा. हालांकि भारत ने दूसरे दिन से ही बदला लेना शुरू कर दिया था. पाकिस्तान और कई मोर्चों पर भारत ने मार देना शुरू कर दी थी. इसमें सिंदु जल समझौता से लेकर आर्थिक मोर्चे पर भारत की ओर से लगातार एक्शन लिए जा रहे थे. लेकिन जनता को सैन्य कार्रवाई का इंतजार था जिसे 7 मई की सुबह 1.44 के आस-पास भारतीय सेना ने ताबड़तोड़ हमलों के जरिए पूरा किया. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया.
कई देशों को भारत ने दी जानकारी
इस स्ट्राइक और हमले को लेकर भारत की ओर से कई देशों को प्रमुख जानकारी दे दी गई है. इसमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन प्रमुख रूप से शामिल हैं. भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के 100 किलोमीटर के दायरे में आतंकियों के 9 ठिकानों पर हमला कर उन्हें बर्बाद कर दिया. आइए जानते हैं कि आखिर भारत ने किन 9 ठिकानों पर यह हमला किया और आखिर क्यों इन्हें ही चुना गया.
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क्यों इन्हीं 9 ठिकानों को चुना गया?
बताया जा रहा है कि भारत की ओर से पहले पाकिस्तान की उन जगहों को चिन्हित किया गया जहां पर आतंकियों के ठिकाने थे. खुफिया एजेंसियों के इनपुट और जानकारी के आधार पर भारत की सेना ने इन सभी ठिकानों को पहले चिन्हित किया और तय किया की माकूल समय पर इन ठिकानों को तबाह किया जाएगा.
ये हैं वो 9 ठिकाने जिन्हें भारत ने किया तबाह
1. भारतीय सेना ने सबसे बड़ा हमला बहावपुर में किया जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर है. यहां पर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था जो अब नहीं बचा.
2. इसके अलावा भारतीय सेना की ओर से सांबा सेक्टर से 30 किमी दूर मुरीदके नाम की जगह पर हमला किया गया. यहां पर लश्कर-ए-तैयबा का कैंप था. उसे भी मिट्टी में मिला दिया गया.
3. तीसरा हमला गुलपुर में किया गया जो पुंछ-राजौरी के एलओसी से 35 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है.
4. चौथा हमला पीओके यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के तंगधार सेक्टर में 30 किलोमीटर के अंदर सवाई जगह पर भी हमला किया गया, जहां लश्कर का कैंप था उसे भी तबाह किया गया.
5. पांचवा हमला बिलाल कैंप पर किया गया यहां पर भी जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड था जिसे भारतीय सेना के जवानों ने तबाह कर दिया.
6. इसके बाद भारतीय सेना ने कोटली कैंप को निशाना बनाया औऱ इसे भी तबाह कर दिया. ये राजौरी जिले की एलओसी से 15 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है.
7. वहीं भारती सेना ने अपने सांतवें निशाने के तौर पर बरनाला कैंप को चुना और इसे भी राजौरी जिले से सटी एलओसी के 10 किमी अंदर जाकर इसे तबाह कर दिया.
8. भारत ने पाकिस्तान में जो आठवां निशाना बनाया वो था सरजाल कैंप. ये कैंप जैश का कैंप बताया जा रहा है जो अब नहीं रहा. यह सांबा-कठुआ के सामने इंटरनेशनल बॉर्डर पर पड़ता है.
9. और इंडियन आर्मी का 9वां और आखिरी निशाना था महमूना कैंप. यह भी अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर अंदर बताया जा रहा है. इसे भी सेना के जवानों ने तबाह कर दिया.
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