India Pakistan Ceasefire: सात मई की सर्जिकल स्ट्राइक से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका था. इसके बाद आठ मई की रात से पाकिस्तान की ओर से ड्रोन अटैक होने लगे. यह अटैक सैन्य क्षेत्र के साथ रिहायशी इलाकों पर भी होने लगे. ऐसा लग रहा था कि अब दोनों देशों के बीच यह तनाव युद्ध शक्ल ले सकता है. नौ मई को भी पाकिस्तान की ओर से हेवी फायरिंग होती रही है. भारत के सीमाई राज्यों में ब्लैकआउट करना पड़ा. रात को भारत को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. आज तीनों सेनाओं की प्रेस कॉफ्रेंस में सामने आया कि भारत ने पाकिस्तान के 4 एयरबेस को ध्वस्त कर दिया.
48 घंटे की बातचीत में ऐसा संभव हो सका
वहीं करीब 100 आतंकियों को ढेर कर दिया है. मगर एक समय ऐसा लग रहा था कि यह युद्ध लंबा खिंच जाएगा. तभी दस मई की शाम को सीजफायर का ऐलान हो जाता है. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपपति डोनाल्ड ट्रंप का अहम रोल था. उनका दावा था कि 48 घंटे की बातचीत में ऐसा संभव हो सका. इस बीच ऐसा क्या टर्निंग प्वाइंट था जब सीजफायर की बात बन सकी. आइए जाननें की कोशिश करते हैं.
दरअसल, 9 मई को भारत ने पाक पर जवाबी हवाई हमले किए थे. इसके बाद 10 मई की सुबह जवाबी गोलीबारी हुई. भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियों ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर से बातचीत की. मुनीर से बातचीत के बाद रूबियों ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर को फोन लगाया और कहा, पाकिस्तान बातचीत को तैयार है.
बातचीत DGMO के स्तर पर होनी चाहिए
इस दौरान भारत ने बताया कि बातचीत DGMO के स्तर पर होनी चाहिए. किसी और के बीच का तर्क नहीं बनता है. पाकिस्तान के DGMO ने भारतीय समकक्ष से 10 मई को दोपहर 1 बजे का वक्त मांगा. इससे पहले भारत 7 मई को पाकिस्तान के DGMO को जानकारी दी थी कि उसने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला बोला. इस पर उन्होंने किसी तरह का जवाब नहीं दिया.
उन्होंने (पाक DGMO) भारत के हवाई ठिकानों पर हमले के बाद समय मांगा.दोपहर के साढ़े तीन बजे के करीब भारत और पाक DGMO के बीच बातचीत हुई. इसके कुछ घंटे बाद यानी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर भारत-पाक के बीच सीजफायर का ऐलान किया. इसके कुछ देर बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेसवार्ता करके सीजफायर का ऐलान कर दिया.
गोलीबारी और हवाई घुसपैठ पर रोक लगा दी
11 मई को तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने जानकारी दी कि 10 मई को दोपहर 3.35 बजे पाक DGMO के साथ उनकी बातचीत हुई. इसके बाद शाम 5 बजे से दोनों पक्षों की ओर से सीमा पर से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ पर रोक लगा दी. 12 मई को 12 बजे आगे बात करने का निर्णय लिया गया. राजीव घई ने आगे जानकारी दी कि सीजफायर के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया.
इस दौरान सीमा रेखा पर जमकर गोलीबारी हुई. हमने इसका मजबूती से जवाब दिया. सुबह पाकिस्तान के DGMO को एक और हॉटलाइन संदेश दिया. इसमें 10 मई को DGMO के बीच समझौते के उल्लंघन को सामने रखा. उन्होंने कहा कि अगर आज रात या उसके बाद ऐसा दोबारा होता है तो हम इसका कड़ा जवाब देने वाले हैं.