/newsnation/media/media_files/2025/02/10/sfDgelq6j8z89PDFi3Qq.jpg)
Odisha Photograph: (Social Media)
Odisha : प्रयागराज महाकुंभ में एक तरफ जहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं तो वहीं एक युवक सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर कुंभ स्नान, श्रीराम भगवान, वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन करने के लिए निकला है. युवक अंगुल जिला, गांव तलचर राज्य ओडिशा का रहने वाला है. भारत के लोगों में आस्था का सैलाब देखा जा रहा है. कोई सीधे धार्मिक स्थल पहुंच रहा तो कोई पैदल ही धार्मिक यात्रा पर निकल पड़ा है. ऐसे में ओडिशा से लद्दाख की 3500 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले युवक का जगह-जगह रास्ते भर भव्य स्वागत किया जा रहा है.
ओडिशा से 3500 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकला युवक
गांव तलचर जिला अंगुल ओडिशा निवासी युवक शुभम साहू बीते 20 जनवरी को सोनभद्र मुख्यालय पहुंचे, जहां समाजसेवियों के द्वारा शुभम पर पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया. युवक ने बताया कि वह ओडिशा से 3500 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकला है. पहले वह महाकुंभ में स्नान करने प्रयागराज जाएगा इसके बाद वह अयोध्या श्रीराम की चरणों में आशीर्वाद लेगा. फिर मथुरा और इसके बाद वह जम्मू पहुंचकर मां वैष्णोदेवी धाम में शीश छुकाएगा .
3000 किलोमीटर की पद यात्रा
शुभम साहू सोनभद्र से होते हुए मिर्ज़ापुर के रास्ते प्रयागराज कुंभ स्नान करना उनका पहला पड़ाव है. अगला पड़ाव आयोध्या राम जन्मभूमि मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी का दर्शन करने करना है, इसके बाद कृष्ण जन्मभूमि मथुरा जाना है. फिर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब होते हुए माता वैष्णो देवी दर्शन करने जाना है. शुभम साहू ने बताया इसके बाद उनका अगला पड़ाव जम्मू कश्मीर-लद्दाख होगा. 3500 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकलने वाले शुभम ने बताया कि इससे पहले वह 3000 किलोमीटर पद यात्रा कर चुके हैं. उस समय वह उड़ीसा से नेपाल गए थे. जनकपुरी के रास्ते पोखरा होते हुए पशुनाथ भगवान के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था.
दिन भर में औसतन 30-40 किलोमीटर भी चल लेते हैं
उन्होंने बताया कि भगवान राम की कृपा से पूरे रास्ते उनको कोई दिक्कत नहीं होती है. बल्कि बहुत सारे लोग सहयोग भी करते हैं. शुभम ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई डिप्लोमा में की है. इंजीनियरिंग की पढ़ाई एक तरफ और आध्यात्मिक जीवन एक तरफ. प्रयागराज पहुंचने के लिए 7 दिन लग जाएगा. इस दौरान रात में रेलवें स्टेशन, पेट्रोल टंकी या मंदिर में रुक कर विश्राम कर लेते है. छोटा गैस सिलेंडर रखे हुए है इसी पर खाना बनाते हैं या कोई होटल में खा लेते हैं. दिन भर में औसतन 30-40 किलोमीटर भी चल लेते हैं.