Northeast Flood
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस संकट की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने असम, सिक्किम और मणिपुर के नेताओं से बातचीत की है और उन्हें भरोसा दिया है कि केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी.
असम और पूर्वोत्तर के बाकी राज्यों में बाढ़ ने हालात बहुत खराब कर दिए हैं. लगातार हो रही बारिश ने जन-जीवन को पूरी तरीके से अस्त-व्यस्त कर दिया है. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें और क्या ना करें. हर तरफ पानी ही पानी है. असम में हालात और बिगड़ गए हैं. बाढ़ की वजह से मंगलवार को छह और लोगों की जाने चली गई हैं. इस साल अब तक बाढ़ और भूस्खलन से असम में 17 लोगों की मौतें हो चुकी हैं. वही पूरे पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो अब तक करीब 48 लोगों की जान जा चुकी है.
PM बनाए हुए हैं नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस संकट की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने असम, सिक्किम और मणिपुर के नेताओं से बातचीत की है और उन्हें भरोसा दिया है कि केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी. पीएम मोदी ने राहत और बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 21 जिलों में बाढ़ का असर दिखाई दे रहा है. करीब 65 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं. 1500 से ज्यादा गांवों में पानी भर गया है और 14,000 हेक्टेयर से ज्यादा खेती की जमीन डूब गई है. असम की बड़ी नदियां जैसे ब्रह्मपुत्र और अन्य नदियां खतरों के निशान से ऊपर बह रही हैं. मणिपुर में भी हालात गंभीर हैं. यहां 56,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से परेशान हैं. 10,000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है. राजधानी इंफाल और उसके आसपास के इलाकों में पानी भर गया है. नदियों का पानी रिहााइशी इलाकों में घुस चुका है.
नागालैंड में बारिश ने बड़ी तबाही मचाई
नागालैंड में बारिश ने बड़ी तबाही मचाई है. कोहिमा जिले में नेशनल हाईवे टू का 50 मीटर हिस्सा पानी में बह गया है. इसकी वजह से नागालैंड और मणिपुर के बीच सड़क संपर्क टूट गया है. इस रास्ते से मणिपुर जाने वाले 100 से ज्यादा ट्रक फंस गए हैं. क्योंकि आगे रास्ता ही नहीं बचा है. अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम जैसे अन्य राज्यों में भी बाढ़ और भूस्खलन से जान माल का नुकसान हुआ है. अरुणाचल प्रदेश में 12 मेघालय में छह मिजोरम में पांच सिक्किम में चार त्रिपुरा में दो और नागालैंड और मणिपुर में एक-एक मौत की खबर है. असम के कई जिलों में मौत की खबरें सामने आ रही हैं. स्थिति बहुत गंभीर है और आगे और बारिश होने की संभावना है. सेना सरकार एनडीआरएफ और स्थानीय एजेंसियां राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. लेकिन बड़ी संख्या में लोगों को अभी भी मदद की जरूरत है. गांवों में लोग फंसे हुए हैं घरों में पानी भर गया है और खाने-पीने की चीजों में कमी हो गई है.