राज्य से संबंधित अधिवक्ता रंजन शर्मा और बिपिन चंद्र नेगी और न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति की सिफारिश के बाद न्याय विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
शपथ ग्रहण समारोह 31 जुलाई को सुबह 9.15 बजे राजभवन में होगा।
शर्मा का जन्म 21 अगस्त 1968 को हुआ था और वह धर्मशाला के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल, धर्मशाला से की और उन्हें रोहतक विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
नेगी का जन्म किन्नौर जिले की सांगला तहसील के शोंग गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला और दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम, नई दिल्ली से की। इसके बाद उन्होंने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.ए अर्थशास्त्र (ऑनर्स) और एच.पी. विश्वविद्यालय, शिमला से एलएलबी किया।
1994 में एक वकील के रूप में नामांकित और 2015 में वरिष्ठ वकील नामित नेगी ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में अभ्यास किया है।
कैंथला का जन्म 23 मई 1968 को शिमला में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा डी.ए.वी. स्कूल, लक्कड़ बाज़ार, शिमला में ली और गवर्नमेंट कॉलेज, संजौली, शिमला से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद 1991 में उन्होंने एच.पी. विश्वविद्यालय, शिमला से एल.एल.बी. किया।
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Source : IANS