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सीमा पर शांति बहाल के लिए जोरमथांगा और सोनोवाल ने की बात, PMO-MHA को दी हिंसा की जानकारी

असम और मिजोरम के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई है. जिसके बाद दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. हिंसा के दौरान झोपडियों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है.

Updated on: 19 Oct 2020, 12:36 AM

नई दिल्ली:

असम और मिजोरम के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई है. जिसके बाद दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. हिंसा के दौरान झोपडियों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस मामले की जानकारी पीएमओ और गृह मंत्रालय को दी है. वहीं मिजोरम के मुख्यमंत्री ने बॉर्डर पर वर्तमान मुद्दों को हल करने के लिए असम सरकार के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. मिजोरम सरकार ने बताया कि असम सरकार द्वारा किए गए परिवर्तनों के बारे में गृह मंत्रालय (MHA) को सूचित भी किया है.

केंद्रीय गृह सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रविवार को 11:30 बजे मिजोरम और असम के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक बुलाई थी. वहीं सीमा पर हुई हिंसा को लेकर मिजोरम के मुख्यमंत्री पी जोरमथांगा की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी. दूसरी तरफ असम के मुख्यमंत्री सीमा पर हुई घटना के बारे में मिजोरम के सीएम से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि हम कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सहमत हुए हैं. हम दोनों राज्यों के बीच भाईचारा बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लेते हैं.

PM & Home MInister को भी इस घटना से अवगत कराया गया है. बता दें कि हालात फिलहाल नियंत्रण में है. हिंसा प्रभावित क्षेत्र में मिजोरम का वैरेंगते गांव और असम का लैलापुर शामिल है. मिजोरम के गृह मंत्री लालचामलियान ने बताया कि बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिव शामिल रहेंगे. जोरमथांगा ने भी सोनोवाल को शांति बहाल करने का आश्वासन दिया.