जीका वायरस के भारत में पहली बार तीन मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अहमदाबाद में तीनों मामलों की पुष्टि की है। सभी मामले शहर के बापूनगर इलाके के बताए जा रहे हैं।
भारत सरकार के स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय ने जीका वायरस की पुष्टि करते हुए कहा है कि लैब की रिपोर्ट में बापू नगर इलाके के 3 लोगों में जीका वायरस मिला है। ये फाइनल नतीजे पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की नेशनल रेफरेंस लैबोरेटरी में आए हैं, जिसमें तीनों लोग आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं।
इस टेस्ट को अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज ने किया था। डब्ल्यूएचओ ने भी इस खबर की पुष्टि करते हुए अपनी वेबसाइट पर इस रिपोर्ट को साझा किया है।
पहला मामला 64 वर्षीय पुरुष का है जिसमें 8 दिन की फर्बाइल इलनेस सामने आई। यहां उसे पॉजिटिव पाया गया था।
दूसरा मामला 9 नवंबर 2016 को 34 साल की महिला ने बीजे मेडिकल कॉलेज में शिशु को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद अस्पताल में रुकने के दौरान उसे हल्का बुखार हुआ। बाद में उसमें जीका वायरस पॉजिटिव पाया गया।
तीसरा मामला इसी साल जनवरी में 6-12 तारीख के बीच एंटेनैटल क्लीनिक (एएनसी) सर्विलांस चला था। 111 खून के सैंपल उसमें लिए गए थे, जिसमें 22 साल की एक गर्भवती महिला में जीका वायरस की पुष्टि हुई थी।
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क्या है जीका वायरस
ये एक वायरस है जो एडीज, एजिप्टी और अन्य मच्छरों से फैलता है, ये चिकनगुनिया और डेंगू भी फैलाते हैं. इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति बुखार, जोड़ों में दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, थकान और सिर दर्द जैसे लक्षण होते हैं. यह वायरस सबसे पहले अफ्रीक और दक्षिण एशिया के कुछ देशों में पाया गया था. लेकिन धीरे-धीरे अब यह वायरस लगभग 23 देशों में पांव पसार चुका है।
HIGHLIGHTS
- जीका वायरस के भारत में पहली बार तीन मामले सामने आए हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अहमदाबाद में तीनों मामलों की पुष्टि की है।
- सभी मामले शहर के बापूनगर इलाके के बताए जा रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau