Advertisment

बाबरी विध्वंस पर आए फैसले से नाखुश हैं जिलानी, हाईकोर्ट का करेंगे रुख

न्यूज नेशन पर 'देश की बहस' प्रोग्राम में जिलानी ने कहा कि सेशन जज का फैसला है ये और कोई ये नई बात नहीं है. ये फैसला सही नहीं है.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
jilani

बाबरी विध्वंस पर आए फैसले से नाखुश हैं जिलानी, हाईकोर्ट का करेंगे रुख ( Photo Credit : न्यूज नेशन ब्यूरो )

Advertisment

28 साल बाद अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले पर बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य जफरयाब जिलानी नाखुशी जताई है. न्यूज नेशन पर 'देश की बहस' प्रोग्राम में जिलानी ने कहा कि सेशन जज का फैसला है ये और कोई ये नई बात नहीं है. ये फैसला सही नहीं है.

उन्होंने कहा कि देश की जो न्यायपालिका है उसमें सिस्टम दिए गए हैं कि अगर उसमें गलती है तो उसे हाईकोर्ट देखेगा और उसमें भी गलती है तो सुप्रीम कोर्ट उसे देखेगा.

जिलानी ने आगे कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फाइनल जजमेंट ही माना जाएगा और मैंने माना भी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मुसलमानों ने कहा तो उन्होंने माना भी. क्योंकि राम मंदिर शिलान्यास के समय वो अपने घरों में खामोश बैठे रहे.

इसे भी पढ़ें:बिहार के चुनावी दंगल में नई एंट्री, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले पटना पहुंचे

बाबरी विध्वंस के बारे में जिलानी ने कहा कि सभी ने कहा कि उमा भारती वहां पर नारे लगा रही थी कि बाबरी मस्जिद तोड़ दो. विटनेस को कोर्ट ने नजर अंदाज कर दिया.

जिलानी ने कहा कि ये केस फोटोग्राफ से साबित होने वाला केस नहीं है. इसके विटनेस हैं, जिन्हें कोर्ट ने नजरअंदाज कर दिया है.

और पढ़ें:बाबरी विध्वंस फैसले पर अधीर रंजन चौधरी का बयान, जूडीशरी को बताया मोदीशरी

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे. इस मामले को लेकर ये डिबेट में तय नहीं होगा कि ये जजमेंट सही है या नहीं.

उन्होंने कहा कि सीबीआई अपने लीगल एडवाइजर से राय लेगी और अपने आप को बचाने के लिए अपनी बात रखनी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट की रिस्पेक्ट करता हूं. ये सिर्फ बाबरी विध्वंस ही नहीं डिमोलिश हुआ है यहां रूल ऑफ लॉ डिमोलिश हुआ है.

Source : News Nation Bureau

babari demolition desh-ki-bahas Verdict on Babari Demolition Zafaryab Jilani
Advertisment
Advertisment
Advertisment