पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले में एक बार फिर सक्रिय होते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष के दो आवासों पर शुक्रवार सुबह से छापेमारी कर रहा है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि घोष के पास कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में न्यू टाउन के चिनार पार्क इलाके में एक आवासीय परिसर में दो फ्लैट हैं।
ईडी की दो टीमें एक साथ इन दोनों आवासों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चला रही हैं। खबर लिखे जाने तक तलाशी अभियान जारी था, हालांकि अभी तक कोई नकदी या कीमती सामान के बरामदगी की सूचना नहीं मिली है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी घोष से पहले ही दो बार पूछताछ कर चुके हैं, जो शिक्षक भर्ती घोटाले में समानांतर जांच कर रहा है।
ऑल बंगाल टीचर्स ट्रेनिंग अचीवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तापस मंडल द्वारा सीबीआई को दिए गए बयान के बाद उनसे पूछताछ की गई थी, जो कि पश्चिम बंगाल में निजी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों का एक छत्र संगठन है, जिससे घोष को 19 करोड़ रुपये की भारी राशि मिली थी।
इस मामले में ईडी के पूरक आरोप पत्र में शामिल मोंडल तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष मणि भट्टाचार्य के बेहद करीबी सहयोगी थे, जो वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।
मंडल ने दावा किया कि कुंतल घोष ने कई उम्मीदवारों से पैसे लिए और उन्हें सरकारी स्कूलों में नौकरी दिलाने का वादा किया। इनमें से कुछ को रोजगार मिला, जबकि अन्य को नहीं।
हालांकि, घोष ने इस संबंध में अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, अगर मैं वास्तव में दोषी होता, तो सीबीआई दो दौर की औपचारिक पूछताछ बच नहीं जाता।
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Source : IANS