प्रवासी दिवस के मौके पर आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार 25 देशों के भारतीय मूल के 124 सांसदों और 17 मेयर्स को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देशवासियों की तरफ से भारत में उनका स्वागत किया।
इस कार्यक्रम के पीछे केंद्र सरकार की मुख्य मंशा ये थी कि विदेशों में राजनीतिक रसूख रखने वाले भारतीय मूल के ऐसे लोगों को अपने देश के तरफ आकर्षित कर विदेशों में भारत की स्थिति और छवि को और मजबूत की जाए।
मोदी सरकार इन भारतीय मूल के अलग-अलग देशों के सांसदों और मेयर्स के जरिए पूरे विश्व में भारत की कूटनीतिक स्थिति को और मजूबत करने की कोशिश में जुटी हुई है।
खासबात यह है आज ही के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस लौटे थे। इसलिय इसी दिन प्रवासी दिवस मनाया जाता है
पीएम ने कार्यक्रम में मूल रूप से भारतीय लेकिन दूसरे देशों के ऐसे सांसदों का स्वागत करते हुए कहा, भारत की आवश्यकताओं, शक्तियों और विशेषताओं को विश्व तक पहुंचाने की जितनी क्षमता आपमें हैं, और किसी में नहीं है। दुनिया के अस्थिरता से भरे वातावरण में भारतीय सभ्यता और संस्कृति के मूल्य, पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, अपनी-अपनी कर्मभूमि में प्रगति के लिए आपके योगदान से भारत का नाम भी ऊंचा होता है। भारत के विकास के लिए हमारे प्रयासों में हम प्रवासी भारतीयों को अपना partner मानते हैं। नीति आयोग ने 2020 तक का जो ऐक्शन एजेंडा बनाया है, उसमें प्रवासी भारतीयों को विशेष स्थान दिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बीते 3 साल के शासनकाल की तारीफ करते हुए कहा, पिछले तीन-चार सालों में भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदल गया है। हम पर फोकस बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण यही है कि भारत स्वयं बदल रहा है, परिवर्तन हो रहा है।
मोदी के मुताबिक, भारतीय मूल के लोग मॉरीशस, पुर्तगाल और आयरलैंड में प्रधानमंत्री हैं। भारतीय मूल के लोग और भी बहुत से देशों में देश का नेतृत्व कर रहे हैं और सरकार का भी नेतृत्व कर चुके हैं।
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पीएम ने कहा, आपको यहां देखकर आपके पूर्वजों को कितनी प्रसन्नता हो रही होगी, इसका अंदाजा हम सभी लगा सकते हैं। वो जहां भी होंगे, आपको यहां देखकर बहुत खुश होंगे। सैकड़ों वर्षों के कालखंड में भारत से जो भी लोग बाहर गए, भारत उनके मन से कभी बाहर नहीं निकला।
इस कार्यक्रम में सबसे ज्यादा 20 सांसद और तीन मेयर गुयाना से थे जबकि त्रिनिदाद और टोबेगो के 16 सांसद और चार मेयर शामिल शामिल हुए।
भारतीय मूल के लोग दुनिया के कई देशों में हैं और इनके दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस समय दुनिया के 30 मुल्कों में 270 से ज्यादा भारतीय सांसद हैं।
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HIGHLIGHTS
- प्रवासी दिवस के मौके पर पीएम ने 25 देशों के भारतीय मूल के 124 सांसदों और 17 मेयर्स को संबोधित किया
- पीएम मोदी ने कहा, भारत और भारतीय लोग पूरे विश्व का कर रहे हैं मार्गदर्शन
Source : News Nation Bureau