गैंगरेप के आरोपों से घिरे सपा नेता गायत्री प्रसाद प्रजापति का परिवार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने सोमवार सुबह जनता दरबार में पहुंचा। गायत्री प्रजापति की पत्नी और दोनों बेटियां इस दौरान इंसाफ की गुहार लगाने पहुंची थी लेकिन सीएम योगी ने उनसे मुलाकात करने से मना कर दिया।
यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति फिलहाल जेल में बंद हैं। उनपर एक महिला से रेप करने और उसकी बेटी से ज्यादती की कोशिश करने के आरोप में मुकदमा चल रहा है। हाल ही में उनकी जमानत भी खारिज की गई है।
यही वजह है कि पूर्व मंत्री का परिवार 5 कालिदास स्थित सीएम योगी के आवास पर जनता दरबार में पहुंचा था। इस दौरान उन्होंने सीएम से मिलने की बात कही लेकिन सीएम योगी ने इस बात की इजाजत नहीं दी।
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पिछले महीने की 15 तारीख को पुलिस ने प्रजापति को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। प्रजापति को इस दौरान लखनऊ के अशियाना इलाके से गिरफ्तार किया गया था। प्रजापति ने गिरफ्तार होने के बाद कहा था कि अगर पुलिस सच्चाई सामने लाना चाहती है तो उनका और कथित पीड़िता मां-बेटी का नारको टेस्ट करवाया जाना चाहिए।
बता दें कि इसके पहले पूर्व मंत्री प्रजापति अवैध खनन के मामले में भी फंस चुके हैं। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रजापति को पिछले साल सितंबर में मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था लेकिन सपा संस्थापक मुलायत सिंह यादव के कहने पर उन्हें दोबारा मंत्री बना दिया गया था।
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जमानत देने वाले जज हुए सस्पेंड
गायत्री प्रसाद प्रजापति को जमानत देने वाले पोस्को कोर्ट के जज ओमप्रकाश मिश्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच ने सस्पेंड कर दिया था। कोर्ट ने मिश्रा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
Source : News Nation Bureau