यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य स्तरीय बैंकर्स (एसएलबीसी) की बैठक के दौरान राज्यव्यापी मेगा शिविर के माध्यम से 9500 करोड़ के ऋण वितरण का शुभारंभ किया। साथ ही इस दौरान 1,51,000 किसान क्रेडिट काडरें की वर्चुअल स्वीकृति भी दी।
राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक ने मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गरीब व्यक्ति को ऋण देने में बैंक, कतई संकोच न करें। गरीब की पूंजी कभी फंसती नहीं। उसकी मानसिक प्रकृति ऐसी होती है कि एक रुपया लेने से पहले उसे वापस करने की भी योजना तैयार रखता है। प्रदेश में वित्तीय समावेशन के प्रयासों में बैंकों के सहयोग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बीते 4 वर्षों में प्रदेश में लगभग 6 लाख करोड़ से अधिक का बैंकिंग व्यवसाय बढ़ा है और लगभग 06 फीसदी ऋण जमा अनुपात (सीडी रेशियो) बढ़ा है। कोरोना कालखंड ने जीवन और जीविका के बीच संतुलन बनाये रखने में बैंकों की ओर से अभूतपूर्व सहयोग मिला। ग्रामीण बैंकों को अत्यधिक क्रियाशील बनाते हुए उनका पुनर्गठन भी किया गया है। बैंकों के सहयोग से उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना जिसमें बहुत कम समय में ऋण मोचन योजनाओं को साकार करके किसान आय दोगुनी करने का सार्थक प्रयास हुआ।
उन्होंने कहा कि भविष्य में शीघ्र ही इसी तरीके के मेगा कैम्प मंडल और ब्लॉक स्तर पर लगाए जाएं, जिससे कि प्रदेश की जनता और बैंकों के बीच संवाद हो और वित्तीय लेन-देन से एक नए राज्य के विकास की कहानी लिखी जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बीते सात वर्षों में देश को एक विजन दिया है। स्टार्टअप इंडिया, मुद्रा योजना, स्टैंडअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे अभिनव प्रयासों से युवाओं को एक दिशा मिली है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बैंकर्स समिति के सहयोग से प्रदेश के 1,11000 युवाओं के लिए आयोजित रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ भी किया।
राज्यस्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सीडी रेशियो में 06 फीसदी की बढ़ोतरी पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसे आरबीआई के मानक के अनुरूप बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने की जरूरत बताई।
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए एचडीएफसी बैंक ने सीएसआर के तहत 1.51 करोड़ की सहयोग राशि मुख्यमंत्री को भेंट की।
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Source : IANS