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World Environment Day 2023: इन 10 तरह से पृथ्वी को बचाना होगा मुमकिन, जानें क्या हैं उपाय

वर्ष 2023 के लिए विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान (Solutions to Plastic Pollution) रखा गया है. इसका उद्देश्य पर्यावरण को प्लास्टिक फ्री करना है.

Updated on: 01 Jun 2023, 10:06 PM

नई दिल्ली:

हर वर्ष की तरह इस बार भी पांच जून को पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है. इस विशेष दिवस को मनाने के लिए हर साल एक थीम चुनी जाती है. पिछली बार यानि साल 2022 में पर्यावरण दिवस की थीम ‘ओनली वन अर्थ’ यानि 'केवल एक पृथ्वी' रखा गया. इस तरह वर्ष 2023 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान (Solutions to Plastic Pollution) रखा गया है. इसका उद्देश्य प्रकृति को प्लास्टिक मुक्त करना है. इसके साथ पर्यावरण को बचाना है.  बदलते वक्त में प्लास्टिक के सामानों, थैलियों का उपयोग बहुत अधिक किया जाता रहा है. इससे हमारा पर्यावरण दूषित हो रहा है. इस थीम से साफ ​है कि धरती को स्वच्छ रखना है. इसके साथ अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने होंगे. लोगों को नया जीवन देने के लिए जगह-जगह तालाब बनाकर वर्षा का पानी संरक्षित करना होगा. 

आइए जानते हैं कि किस तरह से इस दिन को मनाया जाए 
 
1. धरती को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सबसे पहले हमें वाहनों का कम उपयोग करना होगा.  इसके साथ पैदल या साइकिल का ज्यादा प्रयोग करना होगा. 

2 प्रदूषण को रोकने के लिए पेड़ों को संरक्षित करना होगा. इन्हें काटने से रोकना होगा. हर शख्स को कम से कम दो पौधों को जरूर लगाना होगा. 
 
3. हमें प्रकृति को सहेजना होगा और कर्तव्य निभाते हुए तलाब, वन, नदी, जंगल, पशु-पक्षी और पहाड़ों को बचाना होगा.  
 
4. ग्लोबल वार्मिग को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने की  आवश्यकता है. 
 
5. हमकों कोशिश करनी होगी हर पर्व पर एक पौधा जरूर लगाएं. खासकर अपने जन्मदिन के मौके पर एक  पौधे को जरूर लगाएं.  
 
6. इसके साथ घर-घर में स्वच्छता अभियान को बढ़ाना होगा. इस तरह से पेड़-पौधों को कोई नुकसान नहीं होगा.   
 
7. प्लाटिक के उपयोग को कम करना होगा. इसकी जगह पर पेपर का उपयोग ज्यादा करना होगा. 

8.  वृक्षों को कटने से बचाने के लिए हमें पेड़ों से प्राप्त पेपर को रीसाइक्लिंग करनी होगी. इस तरह से हम इसे दोबारा से उपयोग में ला सकते हैं. 
  
9. रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक आदि का उपयोग कम करना चाहिए. घरेलू तरह से बनी खाद का उपयोग बढ़ाना होगा. मिट्‍टी को दूषित होने से बचाना होगा. 
 
10.  पानी के दुरुपयोग को रोकना होगा ता​कि आने वाली पीढ़ी को इसकी कमी से न जूझना पड़े.  इसके साथ पर्यावरण को बचाने के लिए कूड़े-कचरे को तय जगह पर फेंके तथा पौधों का संरक्षण करना सीखना होगा.