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वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन ने भारत में चर्च को दी दुनिया के सबसे बड़े गिरजाघर की मान्यता

अनंतपुर जिले में स्थित बाइबिल मिशन गूटी चर्च को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े चर्च के रूप में मान्यता दी है. इस चर्च के प्रमाणीकरण का कार्यक्रम 4 दिसंबर 2021 को अनंतपुर में संम्पन्न हुआ.

Updated on: 08 Dec 2021, 09:28 AM

मुंबई:

आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित बाइबिल मिशन गूटी चर्च को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े चर्च के रूप में मान्यता दी है. इस चर्च के प्रमाणीकरण का कार्यक्रम 4 दिसंबर 2021 को अनंतपुर में संम्पन्न हुआ. 61 एकड़ भूमि (1,74,040 वर्ग फुट) में फैले इस चर्च में 60,000 सदस्यों के बैठने की क्षमता है, जो यहां एकसाथ प्रार्थना कर सकते हैं. यह गिरजाघर भारत के आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना राज्यों की 114 शाखाओं द्वारा नियंत्रित है. 

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डॉ. राजीव श्रीवास्तव (उपाध्यक्ष, डब्ल्यूबीआर-इंडिया) और डॉ. उल्लाजी एलियाजार (संयुक्त सचिव, डब्ल्यूबीआर-दक्षिण क्षेत्र भारत) ने रेव बी अदबुथा कुमार को प्रमाण पत्र दिया. इस मौके पर आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री जयराम, एमएलए गडवाल बी कृष्ण मोहन रेड्डी, और विधायक आर्थर तोगुरु भी मौजूद रहे. बाइबल गूटी चर्च रेव बी अदबुथा कुमार क्वे द्वारा स्थापित किया गया है, जो दुनिया का सबसे बड़ा गिरजाघर है. इसमें तमाम तरह की व्यवस्थाएं दी गयी हैं, जैसे कि प्रार्थना कक्ष और प्रार्थना टॉवर, बाइबिल कॉलेज, मेगा किचन, पानी की टंकी और परिसर की दीवारें आदि. ये सारी व्यवस्थाएं बिना किसी भी विदेशी सहायता के लाखों अनुयायियों के प्रयासों से बनाये गए हैं.

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ये चर्च विश्वास की मशाल बन कर सालों से जलता रहा है. बाइबिल मिशन गूटी चर्च को लन्दन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स जैसे प्रतिष्ठित समुदाय ने दुनिया के सबसे बड़े चर्च के रूप में मान्यता दी है, जो कि आंध्र प्रदेश ही नहीं बल्कि भारत के लिए सम्मान का विषय है.