logo-image

भारत-सऊदी के बीच मेगा डील, महाराष्ट्र में 44 अरब डॉलर की लागत से बनेगी सबसे बड़ी रिफाइनरी

भारत के साथ द्विपक्षीय और कारोबारी संबंधों को मजबूती देते हुए दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरामको ने महाराष्ट्र में सबसे बड़ी रिफाइनरी लगाने का फैसला लिया है।

Updated on: 11 Apr 2018, 11:46 PM

highlights

  • भारत और सऊदी अरब के बीच मेगा डील की घोषणा
  • महाराष्ट्र में भारत की सबसे बड़ी रिफाइनरी बनाएगा अरामको

नई दिल्ली:

भारत के साथ द्विपक्षीय और कारोबारी संबंधों को मजबूती देते हुए दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरामको ने महाराष्ट्र में सबसे बड़ी रिफाइनरी लगाने का फैसला लिया है।

अरामको के साथ भारतीय रिफाइनरी कंपनियों का समूह करीब 44 अरब डॉलर के निवेश से इस पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट को पूरा करेगा।

महाराष्ट्र में लगने वाले इस प्रोजेक्ट में सऊदी कंपनी अरामको और रत्नागिरी रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स (आरआरपीएल) की बराबरी की हिस्सेदारी होगी। आरआरपीएल, इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम का ज्वाइंट वेंचर होगा।

इस प्रोजेक्ट की क्षमता सालाना 1.8 करोड़ टन उत्पादन की होगी। भारत में लगने वाला यह पेट्रोकेमिकल प्लांट दुनिया की बड़ी रिफाइनरियों में से एक होगा।

सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खलीद अल फली ने कहा, 'चाहे जितना भी बड़ा प्रोजेक्ट हो, लेकिन इससे हमारी भारत में निवेश की इच्छा खत्म नहीं हुई है। हम निवेश और अपने कच्चे तेल की सप्लाई के लिए भारत को तरजीह देते रहेंगे।'

गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और सऊदी अरब के संबंध बेहद प्रगाढ़ हुए हैं।

सऊदी अरामको कुल कच्चे तेल की सप्लाई का करीब 50 फीसदी भारत के इस संयंत्र में प्रॉसेस करेगा।

सऊदी अरब भारत में इराक को पीछे छोड़कर सबसे बड़ा सप्लायर बनना चाहता है। इराक ने पहली बार 2017 में तेल निर्यात के मामले में सऊदी अरब को पीछे छोड़ दिया था।

और पढ़ें: अल्जीरिया में सेना का विमान क्रैश, 257 लोगों की मौत