भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्त चाल से चिंतित केंद्र की मोदी सरकार को विश्वबैंक की ताजा टिप्पणी से राहत मिली होगी। दरअसल विश्वबैंक के भारत प्रमुख जुनैद अहमद ने जीएसटी को देश की कराधान नीति में संरचनात्मक बदलाव करार देते हुए कहा कि इससे 8 फीसदी से अधिक की वृद्धि की संभावना मजबूत हुई है।
जुनैद अहमद ने कहा, ' आज स्थिति ऐसी है कि भारत 8 फीसदी से अधिक वृद्धि दर हासिल कर सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है भारत ने देश को एक बाजार में बदलने का काम किया है।'
उन्होंने कहा, 'जीएसटी का लागू होना एक संरचनात्मक बदलाव है अगर यह कुशल तरीके से क्रियान्वित होता है, वृद्धि को काफी गति मिलेगी।
आपको बता दे कि भारत की वृद्धि दर 2016-17 में 7.1 प्रतिशत और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5.7 प्रतिशत थी।
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आपको बता दे जीडीपी के आंकड़ों को लेकर सरकार पिछले दिनों घिरती हुई दिखी थी। चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून की तिमाही में घटकर 5.7 प्रतिशत पर आ गई है। यह इसका तीन साल का निचला स्तर है।
जीडीपी की गिरावट की वजह से विपक्ष के निशाने पर रही सरकार को विश्वबैंक की टिप्पणी से राहत मिली होगी।
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Source : News Nation Bureau