भारतीय सेना (Indian Army) में बढ़ रही है महिलाओं की भागीदारी (Women's participation in Indian Army), इंडियन ऑर्मी ने सरहद पर दुश्मन के खिलाफ मोर्चा सम्भालने के लिए अब सेना में जाबांज महिला सैन्य अधिकारियों की संख्या पहले से भी ज्यादा बढ़ा दी है. इंडियन आर्मी के सेलेक्शन बोर्ड ने सेना में 147 और महिला ऑफिसर्स (Women Officers) के परमानेंट कमीशन (Permanent Commission) को हरी झंडी दी है. इसके के साथ ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बाद अब सेना में स्थायी कमीशन पाने वाली महिला अधिकारियों की संख्या बढ़कर 424 हो गयीं है.
महिलाओं के स्थायी कमीशन को लेकर इंडियन आर्मी के सेलेक्शन बोर्ड ने पहला रिजल्ट नवम्बर 2020 में निकाला था जिसमे 277 महिलाएं चयनित हुईं थी. परमानेंट कमीशन के लिये कुल 615 महिला अधिकारियों ने आवेदन किया था.
पहले रिजल्ट के बाद चयन प्रक्रिया पर सवाल उठे और मामला फिर सुप्रीम कोर्ट जा पहुचा.जिसके बाद मार्च 2021 में सर्वोच्च न्यायालय ने पुनर्विचार के आदेश दिये और चयन प्रकिया पर सवाल भी उठाया. कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुये कहा था कि महिलाओं के साथ भेदभाव ठीक नहीं है. इस आदेश के बाद 147 अतिरक्त महिला अधिकारियों के स्थायी कमीशन का रास्ता खुल गया है.
चयनित होने के बाद इन महिला सैन्य अधिकारियों को आर्मी वॉर कॉलेज में मिड लेवल टैक्टिकल ओरिएंटेशन कोर्स करना होता है. पिछले बैच से 33 महिला सैन्य अधिकारियों ने अबतक यह कोर्स सफलता पूर्वक किया है.
सेना में महिलाओं को पुरुषों के बराबर दर्जा मिले, यह लड़ाई लम्बी चली और आखिरकार महिलाओं को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सेना में पुरुषों के बराबरी का हक मिल पाया जिसके बाद से शार्ट कमीशन ने परमानेंट कमीशन होने का लाभ अब महिला सैन्य अधिकारियों को मिलने लगा है.
Source : Madhurendra Kumar