अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को यहां कहा कि बल प्रयोग करने से जम्मू-कश्मीर के मसले पर अलगाववादी नेताओं का रुख नहीं में बदलेगा. पुराने श्रीनगर में स्थित जामिया मस्जिद में शुक्रवार को व्याख्यान देते हुए मीरवाइज उमर ने कहा, "हमारा रुख सत्य पर आधारित है. बल प्रयोग करने के कारण हम अपने रुख में बदलाव नहीं करेंगे, क्योंकि हमारा रुख जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं पर आधारित है."
उन्होंने कहा, "भारत, पाकिस्तान और कश्मीर के नेतृत्व को मसले का समाधान करना है."
मीरवाइज ने कहा, "चुनाव होते रहेंगे और सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन कश्मीर मसला तब तक बना रहेगा, जब तक इसका समाधान नहीं होगा."
अलगाववादी नेता पाकिस्तान और भारत के बीच विभाजित जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र मानते हैं और उनका कहना है कि मसले का समाधान नई दिल्ली और इस्लामाबाद को कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के साथ करना होगा.
मीरवाइज गुरुवार को दिल्ली से कश्मीर घाटी पहुंचे. दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकियों की फंडिंग के मामले में उनसे तीन दिनों तक पूछताछ की.
Source : IANS