Video विवाद: सेना और बीएसएफ जवानों की पत्नियां आईं सामने, यज्ञ प्रताप की पत्नी ने कहा पति भूख हड़ताल पर बैठे हैं
शिकायती वीडियो जारी करने वाले जवानों की पत्नियों ने कई आरोप लगाए हैं। सेना के जवान की पत्नी ने दावा किया है कि अधिकारियों ने उनके पति का मोबाइल जब्त कर लिया है।
बीएसएफ, सीआरपीएफ और सेना के जवानों की शिकायत पर विवाद जारी है। शिकायती वीडियो जारी करने वाले जवानों की पत्नियों ने कई आरोप लगाए हैं। सेना के जवान यज्ञ प्रताप सिंह की पत्नी ने दावा किया है कि अधिकारियों ने उनके पति का मोबाइल जब्त कर लिया है। जिसके बाद वह भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
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सेना पर लगे आरोप पर आर्मी चीफ बिपिन रावत ने शुक्रवार को कहा था, 'जवान को जो भी शिकायत है वह सीधे मुझसे शिकायत करें। सोशल मीडिया पर वीडियो नहीं डालें। इससे बचें।'
बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव की पत्नी ने जांच पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से कहा था कि बीएसएफ जवान की तरफ से सेना को परोसी जाने वाली खराब खाने की शिकायत सही नहीं है।
बहादुर यादव ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर आरोप लगाया था कि जवानों को बेहद खराब खाना परोसा जा रहा है और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। बीएसएफ जवान की पत्नी ने कहा, 'आंतरिक जांच नहीं, सीबीआई जांच हो। सच्चाई उसके बाद ही सामने आएगी।'
सेना के जवान के वीडियो में क्या है
लांस नायक यज्ञ प्रताप का कहना है कि उसने 15 जून 2016 को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को जवानों के शोषण के संबंध में चिट्ठी लिखी थी। जब इसकी खबर अधिकारियों को लगी तो फटकार लगाई गई। उसका कहना है कि अब वीडियो जारी करने के बाद उसका 'कोर्ट मार्शल' हो सकता है।
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने भी मिल रही सुविधाओं को लेकर सवाल उठाए हैं। जीत सिंह नाम के जवान ने कहा, 'दोस्तों आर्मी को पेंशन भी है। हमलोगों की पेंशन थी वो भी बंद हो गई। 20 साल बाद हम नौकरी छोड़कर जाएंगे तो क्या करेंगे?'
बीएसएफ जवान ने कहा-
बीएसएफ की 29 वीं बटालियन के जवान तेज बहादुर यादव ने वीडियो जारी कर कहा, 'चाहे कितना भी बर्फ हो, बारिश हो, तूफान फिर भी हम इन हालातों में ड्यूटी करते हैं लेकिन हमारी समस्या को ना मीडिया दिखाता है और ना ही मंत्री सुनते हैं।'
जवान वीडियो में यह भी कह रहे हैं, 'कोई भी सरकार आए हमारी हालत नहीं बदली। हम किसी सरकार के खिलाफ आरोप नहीं लगाना चाहते क्योंकि सरकार हमें हर चीज और हर सामान देती है। लेकिन उच्च अधिकारी बेच कर खा जाते हैं।'