खूंखार तालिबान के आतंक का समर्थन क्यों? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas
अफगानिस्तान में तालिबान राज की फिर वापसी हो गगई है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सज्जाद नोमानी ने तालिबान को सलाम किया है. तालिबान का अंदाज दुनिया ने देखा.
नई दिल्ली:
अफगानिस्तान में तालिबान राज की फिर वापसी हो गगई है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सज्जाद नोमानी ने तालिबान को सलाम किया है. तालिबान का अंदाज दुनिया ने देखा. तालिबान के हौसले और जज्बे को सलाम है. काबुल की सरजमीं चूमने वालों को मुबारक हो. निहत्थी कौम ने सबसे मजबूत फौज को शिकस्त दी है. उनमें कोई गुरूर और घमंड नहीं था. तालिबान के कितने 'हिंदुस्तानी हमदर्द'? खुद हिंदुस्तानी...दिल में तालिबानी, विवादों के शायर की 'तालिबानी' बोली, किसके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज? क्रूरता के कसीदे किस-किस ने पढ़े? तालिबान का 'टेरर टारगेट' कौन-कौन? खूंखार तालिबान के आतंक का समर्थन क्यों? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- तालिबान द्वारा महिलाओं पर जुल्म, ब्लास्ट करना, कत्लेआम इन लोगों को दिखाई नहीं देता :प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- तालिबान ने अफगानिस्तान में आते ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया :प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- भारत बहुत सशक्त है, उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता :प्रेम शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता, BJP
- अफगानिस्तान में गैर मुस्लिम चंद लोग भी नहीं बचे हैं :सुशील पंडित, रूट्स इन कश्मीर
- वहां गुरुद्वारे तोड़ दिए जाते हैं, सिखों को परेशान किया जाता है :सुशील पंडित, रूट्स इन कश्मीर
- अफगानिस्तान और पाकिस्तान में गैर मुस्लिमों पर जुल्म ढाया जाता है :सुशील पंडित, रूट्स इन कश्मीर
- अफगानिस्तान और पाकिस्तान में की तालीम में देवबंदी हिदायत दी जाती है :सुशील पंडित, रूट्स इन कश्मीर
- हजारों करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति केवल नफरत भरने के लिए इस्तेमाल होता है :सुशील पंडित, रूट्स इन कश्मीर
- आज से 1300 साल अरब जब ईरान गए तो ये वहां के झाड़ फानूस देखकर बागल हो गए थे, यही हाल अफगान में तालिबान का :आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
- तालिबान जैसा संगठन खड़ा करने में केवल हथियार, अफीम और छोटे बच्चों की जरूरत :आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
- चीन उइगर मुस्लिमों पर जुल्म कर रहा है, लेकिन उसके खिलाफ कोई नहीं बोलेगा:आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
- तालिबान का बौद्धिक देवबंद से तैयार होकर जाता है :आरएसएन सिंह, पूर्व RAW अधिकारी
- सज्जाद नोमानी की वह जाति राय है, उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं :यास्मीन फारूकी, सदस्य, AIMPLB
- मेरी टिप्पणी तब तक नहीं आएगी, जब तक मेरी पीएम कोई फैसला नहीं लेते:यास्मीन फारूकी, सदस्य, AIMPLB
- मैं इस बात का समर्थन करती हूं कि तालिबान ने मेरे भारतीय भाई बहनों को पूरी हिफाजत से फेजा है:यास्मीन फारूकी, सदस्य, AIMPLB
- मैं यहां की नागरिक, फैसला सरकार को लेना है :यास्मीन फारूकी, सदस्य, AIMPLB
- तालिबानी अच्छे हैं, एक वीडियो के लिए तालिबान को बदनाम नहीं किया जाता सकता :वकार एच भट्टी, राजनीतिक विश्लेषक
- इमाम हुसैन की शाहदत में भी मुसलमान ही शामिल थे :वकार एच भट्टी, राजनीतिक विश्लेषक
- सरिया कानून खुदा का कानून है, उसके लिए तालिबान को गलत नहीं बताया जा सकता:वकार एच भट्टी, राजनीतिक विश्लेषक
- इस्लाम में हर जुल्म की एक सजा मुकर्रर की गई है :वकार एच भट्टी, राजनीतिक विश्लेषक
- मैं तालिबान के साथ लड़ाई लड़ने को तैयार हूं :एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- मुस्लमान तो मरने के लिए ही पैदा हुआ है, फिर तालिबान ही क्या :एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- किसी की हत्या पूरी मानवता के लिए शर्मनाक :एहतेशाम हाशमी, राजनीतिक विश्लेषक
- रूस और अमेरिका के चलते तालिबान पर जुल्म हुए :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- अफगानियों की हिंदुस्तान के प्रति मोहब्बत में कभी कमी नहीं आई :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- अफगानिस्तान में डर का माहौल, लेकिन तालिबान ने कुछ नहीं कहा :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- तालिबान आतंकी हैं, लेकिन वाल्मिकी रामायण लिखकर देवता हो जाता है:मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- अफगानियों पर क्या जुल्म हुआ या नहीं हुआ यह बाद में देखा जाएगा :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- हिंदुस्तान बेवजह तालिबान को अपना दुश्मन क्यों बना रहा है :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- तालिबान बुरा शब्द नहीं है, इसका मतलब स्टूडेंट होता है :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
- इन्हे तालिबानी नहीं, अफगानी कहिए :मुनव्वर राना, मशहूर शायर
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