छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले की हर तरफ आलोचना हो रही है। इस हमले में 25 जवान शहीद हो गए हैं। घटना के बाद हर तरफ इसकी निंदा हो रही है।
घटना को लेकर खुफिया तंत्र की नाकामी के साथ जोड़कर इसे देखा जा रहा है। दबे स्वर में यह भी चर्चा हो रही है कि आखिर किस तरह 300 नक्सलियों की मूवमेंट या गतिविधियों पर सुरक्षा बलों या खुफिया तंत्र की नजर नहीं पड़ी।
नक्सलियों ने अपने चिर-परिचित अंदाज में इस कायराना हरकत को अंजाम दिया। यानी कि उन्होंने बड़ी संख्या में जमा होकर हमला करने की रणनीति अपनाई।
Source : News Nation Bureau