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आखिर क्यों जितिन प्रसाद ने छोड़ी कांग्रेस, बताई ये वजह

बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनिल बलूनी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. बीजेपी ने शामिल होते ही जितिन प्रसाद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.

Updated on: 09 Jun 2021, 04:00 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेसे के बड़े नेता और राहुल गांधी के करीबी रहे जितिन प्रसाद ने बीजेपी की सदस्या ले ली. बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनिल बलूनी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. बीजेपी ने शामिल होते ही जितिन प्रसाद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में मैं था वहां अपने ही लोगों के हितों की रक्षा नहीं होती है. अगर आप अपने ही लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते हैं तो ऐसी पार्टी में रहने का औचित्य नहीं. उन्होंने कहा कि मैं किस दल को छोड़कर आ रहा हूं यह महत्वपूर्ण नहीं बल्कि जिस दल में आ रहा हूं वह महत्वपूर्ण है. 

तीन पीढ़ियों का इतिहास
जितिन प्रसाद ने कहा कि मेरा कांग्रेस पार्टी से तीन पीढ़ियों का साथ रहा है. उनके पिता जितेंद्र प्रसाद को भी कांग्रेस का बड़ा चेहरा माना जाता था. जितेन्द्र प्रसाद की भी गिनती गांधी परिवार के करीबियों में होती थी.  कांग्रेस को छोड़ने का फैसला मैंने काफी सोच विचार के बाद लिया है. उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन का नया अध्याय शुरू हो रहा है. 

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कांग्रेस में नहीं सुनी जाती अपने ही लोगों की बात 
जितिन प्रसाद ने कहा कि मैं जिस दल में था वहां रहकर महसूस किया कि यहां अपने ही लोगों की बात नहीं सुनी जाती है. जहां अपने ही लोगों की बात ना सुनी जाए और अपने ही लोगों के पार्टी काम ना आ सके तो ऐसी जगह काम करना उचित नहीं. दरअसल जितिन प्रसाद पिछले काफी समय से कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे थे. वह वह उन नेताओं में भी शामिल थे जिन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लेकर सोनियां गांधी को चिट्ठी लिखी थी. 

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जितिन प्रसाद को बीजेपी में शामिल कराने के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यूपी की राजनीति में जितिन प्रसाद की भूमिका अहम होने वाली है. वहीं, जितिन प्रसाद ने कहा कि मैंने 7-8 साल में अनुभव किया कि असल मायने में कोई संस्थागत राजनीतिक दल है, वो भारतीय जनता पार्टी है, बाकी दल तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्र के हो गए हैं. जितिन प्रसाद ने कहा कि जिस चुनौतियों और परिस्थितियों का देश इन दिनों सामना कर रहा है, उससे निपटने के लिए अगर कोई उपयुक्त दल है तो वह है भाजपा और कोई उपयुक्त नेता है तो वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस में मैं अपने लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था, मुझे उम्मीद है कि बीजेपी के माध्यम से मैं लोगों की सेवा कर सकूंगा.