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मुग़लों द्वारा मंदिरों के पुनर्निर्माण का झूठा ज्ञान बच्चों को क्यों? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas

किताब में मुगलों का 'झूठा प्रचार' किया गया है! मंदिरों के लिए मुगल शासकों के ग्रांट देने वाले तथ्य पर सवाल है. NCERT के पास इस संबंध में कोई प्रमाणिक तथ्य उपलब्ध नहीं है.

Updated on: 14 Jan 2021, 09:22 PM

नई दिल्ली:

किताब में मुगलों का 'झूठा प्रचार' किया गया है! मंदिरों के लिए मुगल शासकों के ग्रांट देने वाले तथ्य पर सवाल है. NCERT के पास इस संबंध में कोई प्रमाणिक तथ्य उपलब्ध नहीं है. नवंबर 2020 में RTI के जरिये शिवांक वर्मा ने मुगलों के ग्रांट से जुड़ी जानकारी मांगी थी. NCERT की किताब में मंदिरों के लिए ग्रांट देने का दावा है. किताब में ज़िक्र है कि 'मुगलों ने मंदिरों के मरम्मत के लिए ग्रांट जारी किया'. 12वीं किताब में किए गए दावों का आधिकारिक स्रोत नहीं मिला है. RTI के खुलासे से NCERT की हिस्ट्री बुक के तथ्य पर सवाल है. मुग़लों द्वारा मंदिरों के पुनर्निर्माण का झूठा ज्ञान बच्चों को क्यों? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.

  • कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए तारीख देती है : फिरोज अहमद बख्त, चांसलर, MAU यूनिवर्सिटी
  • औरंगजेब ने सिर्फ एक मंदिर बनवाए थे : फिरोज अहमद बख्त, चांसलर, MAU यूनिवर्सिटी
  • औरंगजेब ने चांदनी चौक में मंदिर बनवाया : फिरोज अहमद बख्त, चांसलर, MAU यूनिवर्सिटी
  • मैं औरंगजेब की वकालत नहीं करता हूं, उसने गलत किया था : फिरोज अहमद बख्त, चांसलर, MAU यूनिवर्सिटी
  • जिसने हमारे ऊपर अत्याचार किया, उसे आज हमारे देश में पूजा जाता है : सुबुही ख़ान, सामाजिक कार्यकर्ता  
  • हम कौन से औरंगजेब की बात करते हैं : सुबुही ख़ान, सामाजिक कार्यकर्ता  
  • देश से आक्रांताओं का इतिहास उखाड़कर फेंक देना चाहिए : सुबुही ख़ान, सामाजिक कार्यकर्ता  
  • औरंगजेब ने कई मंदिरों को तोड़े : सुबुही ख़ान, सामाजिक कार्यकर्ता  
  • इतिहास को सही किया जाना चाहिए : सुबुही ख़ान, सामाजिक कार्यकर्ता  
  • इस्लाम एक अलग सभ्यता और संस्कृति है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
  • देश के विभाजन के पहले और बाद का इतिहास खूनखराबे का रहा है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
  • जहां-जहां इस्लाम गया और जिस रास्ते पर गया है, वहां से दूसरे के धर्म को हटाया है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
  • NCERT को इसे लेकर लेखकों से सोर्स भी मांगना चाहिए : प्रोफेसर बद्री नारायण, राजनीतिक विश्लेषक
  • NCERT को इतिहासकारों से औरंगजेब से संबंधित तथ्य जरूर मांगना चाहिए था : प्रोफेसर बद्री नारायण, राजनीतिक विश्लेषक
  • इतिहास में औरंगजेब की बहुत कटु आलोचना है : प्रोफेसर बद्री नारायण, राजनीतिक विश्लेषक
  • गलत इतिहास नहीं पढ़ाना चाहिए : प्रोफेसर बद्री नारायण, राजनीतिक विश्लेषक
  • शासक को कोई मजहब नहीं होता है : मसूद हाशमी, अध्यक्ष, इत्तेहाद सोसायटी
  • हमारे देश में गलत इतिहास बढ़ाया जा रहा है : मसूद हाशमी, अध्यक्ष, इत्तेहाद सोसायटी
  • अगर किसी औरंगजेब पसंद नहीं है वो दूसरी बात है : डॉ. सतीश प्रकाश, राजनीतिक विश्लेषक  
  • अगर औरंगजेब ने मंदिर तोड़े हैं तो उन्होंने कई मंदिरों की सहायता भी की है : डॉ. सतीश प्रकाश, राजनीतिक विश्लेषक  
  • औरंगजेब का बड़ा साम्राज्य था : डॉ. सतीश प्रकाश, राजनीतिक विश्लेषक  
  • औरंगजेब ने जजिया कर लगाया था : डॉ. सतीश प्रकाश, राजनीतिक विश्लेषक  
  • कोई भी मजहब आतंकवाद की तालीम नहीं देता है : मौलाना अली कादरी, चेयरमैन, SWAS अकादमी  
  • हमने किसी भी आतंकवाद को न तो कभी तारीख की थी और न ही करेंगे : मौलाना अली कादरी, चेयरमैन, SWAS अकादमी  
  • महाकाल मंदिर के लिए औरंगजेब ने कोई पैसा नहीं दिया था : आशीष, उज्जैन महाकाल मंदिर के पुजारी
  • गुफा के अंदर इस मंदिर को सुरक्षित रखा गया था : आशीष, महाकाल के पुजारी
  • आक्रांताओं की रक्षा के लिए एक अलग महाकाल की स्थापना की गई है : आशीष, महाकाल के पुजारी
  • औरंगजेब ने स्कूल और मंदिर तोड़ने के आदेश दिए थे : वीके अग्रवाल, गाजियाबाद, दर्शक
  • औरंगजेब का इतिहास बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहिए : वीके अग्रवाल, गाजियाबाद, दर्शक
  • NCERT ने पाठ्यक्रम से मजाक किया है : आनंद राणा, जबलपुर, दर्शक
  • औरंगजेब से लेकर टीपू सुल्तान तक सभी ने फर्जी फरमाया : आनंद राणा, जबलपुर, दर्शक
  • एक राम मंदिर बनवाने के खिलाफ ये लोग सुप्रीम कोर्ट तक गए : आनंद राणा, जबलपुर, दर्शक
  • मुगल और ब्रिटिश काल में चापलूस कारों ने इतिहास रचा : सुनील योगाचार्या, दिल्ली, दर्शक