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वैचारिक मतभेदों के चलते राष्ट्रवाद-देशभक्ति से समझौता क्यों? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सर सैयद की सेवाभाव और बिना भेदभाव की शिक्षा को भी याद किया. देश की बहस में चर्चा है कि प्रधानमंत्री ने AMU के कल्चर को मिनी इंडिया कहा, तो ये भी साफ किया कि देश की राजनीति और समाज तो इंतज़ार कर सकता है.

Updated on: 22 Dec 2020, 09:18 PM

नई दिल्ली:

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सर सैयद की सेवाभाव और बिना भेदभाव की शिक्षा को भी याद किया. देश की बहस में चर्चा है कि प्रधानमंत्री ने AMU के कल्चर को मिनी इंडिया कहा, तो ये भी साफ किया कि देश की राजनीति और समाज तो इंतज़ार कर सकता है लेकिन देश का विकास अब और इंतजार नहीं कर सकता, इसलिए हर फैसला देशहित में होना चाहिए. सवाल उठता है कि क्या विचारधारा के नाम पर विरोध करने वाले कहीं राष्ट्रवाद की विचारधारा से समझौता नहीं कर रहे हैं? वैचारिक मतभेदों के चलते राष्ट्रवाद-देशभक्ति से समझौता क्यों? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas...यहां पढ़ें मुख्य अंश.

  • इस लोकतंत्र में सभी को असत्य और झूठ बोलने का अधिकार है : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी  
  • हर व्यक्ति का अपना धर्म होता है : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी  
  • हिंदी और संस्कृत के शब्दकोश में आपको धर्म शब्द का अर्थ पता चल जाएगा : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी  
  • एएमयू ने पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति को फैलाने का भी काम किया है : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी  
  • अलीगढ़ मुस्लिम विवि में कोई नेता पहुंचता तो उनका विरोध क्यों होता है : प्रेम शुक्ला, प्रवक्ता, बीजेपी  
  • हर व्यक्ति धर्म से जुड़ा हुआ है : अवनीजेश अवस्थी, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • पीएम ने भारत के स्वरूप की बात की है : अवनीजेश अवस्थी, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • मिनी इंडिया का मतलब भारत का स्वरूप : अवनीजेश अवस्थी, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • अपराध के कारण किसी को गिरफ्तार किया जाता है : अवनीजेश अवस्थी, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • अलीगढ़ मुस्लिम विवि में क्या पाकिस्तान के झंडे नहीं लहराए गए : अवनीजेश अवस्थी, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
  • इन्हें लोगों की सोच के कारण एएमयू बदनाम है  : ममता काले, राजनीतिक विश्लेषक  
  • ये लोग एएमयू के लोगों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं : ममता काले, राजनीतिक विश्लेषक  
  • अगर आप का समाज होता तो ट्रिपल तलाक कब का खत्म हो जाता: ममता काले, राजनीतिक विश्लेषक  
  • एएमयू को प्रयोगशाला बना दिया गया है : ममता काले, राजनीतिक विश्लेषक  
  • पीएम मोदी का विरोध किया तो फिर शरजिल का इन्होंने विरोध क्यों नहीं किया : ममता काले, राजनीतिक विश्लेषक   
  • एएमयू को बदनाम करने वालों को काले झंडे दिखाने चाहिए थे, न कि पीएम मोदी को : ममता काले, राजनीतिक विश्लेषक  
  • सच परेशान हो सकता है, लेकिन फेल नहीं हो सकता है : हुजैफा आमिर रशादी, छात्र नेता, AMU  
  • एएसयू के छात्र विश्व में भारत की संस्कृति के बारे में बताते हैं : हुजैफा आमिर रशादी, छात्र नेता, AMU  
  • पीएम के संबोधन का हम स्वागत करते हैं, लेकिन बीजेपी को अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए : हुजैफा आमिर रशादी, छात्र नेता, AMU  
  • कुछ लोगों ने पीएम का समर्थन किया तो कुछ ने विरोध किया तो ये लोकतंत्र का हिस्सा है : हुजैफा आमिर रशादी, छात्र नेता, AMU  
  • हमें देशहित की बात करनी चाहिए  : एम आमिर मिंटोई, AMU कॉडिनेशन कमेटी
  • देशहित विचारधारा से ऊपर है : एम आमिर मिंटोई, AMU कॉडिनेशन कमेटी
  • अच्छे लोगों का धर्म अच्छी सीख लेना चाहिए : एम आमिर मिंटोई, AMU कॉडिनेशन कमेटी
  • सेक्युलरिज्म में विश्वास रखें : एम आमिर मिंटोई, AMU कॉडिनेशन कमेटी
  • पीएम ने देशहित की बात की : एम आमिर मिंटोई, AMU कॉडिनेशन कमेटी
  • एएमयू में सिर्फ कट्टरपंथ की बात की जाती है : अजय विक्रम सिंह, लखनऊ, दर्शक
  • सीएए और एनआरसी क्या है : फरहान जुबैरी, अलीगढ़, दर्शक
  • मुझे भारतीय होने पर गर्व है : फरहान जुबैरी, अलीगढ़, दर्शक
  • एएमयू के बारे में गलत चर्चा होती है : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक   
  • एएमयू पर बीजेपी फेक न्यूज फैलाती है : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक  
  • मैं पीएम को स्वागत करता हूं कि उन्होंने एएसयू को मिनी इंडिया कहा है : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक 
  • एएमयू ने देश को बढ़ाने का काम किया है : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक