किसान आंदोलन- दुर्भाग्यपूर्ण दिन का जिम्मेदार कौन?, दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड के नाम पर जो तांडव हुआ, उसके जिम्मेदारों पर सरकार, प्रशासन एक्शन के मोड़ पर है. वहीं, किसान आंदोलन के नाम पर लाल किला पर जो कुछ हुआ उसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन कहा जा सकता है.
नई दिल्ली:
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड के नाम पर जो तांडव हुआ, उसके जिम्मेदारों पर सरकार, प्रशासन एक्शन के मोड़ पर है. वहीं, किसान आंदोलन के नाम पर लाल किला पर जो कुछ हुआ उसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन कहा जा सकता है. क्योंकि दिल्ली जिस तरह से उपद्रवियों के कब्जे में थी. देश के लिए किसी काले दिन से कम नहीं है. तो गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन आंदोलन खत्म करने के लिए अल्टीमेटम दे दिया है. वहीं, ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के कुछ किसान नेताओं को आरोपी मानकर प्रशासन कार्रवाई कर रहा है. किसान आंदोलन - दुर्भाग्यपूर्ण दिन का जिम्मेदार कौन? इसी मुद्दे पर दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
कोई भी भारतवासी नहीं कहेगा, राष्ट्रपति का अभिभाषण नहीं सुनना उचित होगा :अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
हमें मर्यादा होनी चाहिए : अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
जैसे कैपिटल हिल में तमाशा किया गया था, उसी तरह लालकिले पर तमाशा किया गया : रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
ट्रैक्टर परेड के नाम पर तमाशा बनाया गया : रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
खालिस्तानी गुट ऐसे मौके का फायदा उठाते है : रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
जो हमारे जवान हैं वो किसान के बेटे हैं :रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
हमारे किसान जमीन से जुड़े है, उनकी जिविका जमीन से जुड़ी है :रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
आपके बेटे ही तिरंगे झंडे में लिपट कर आते हैं :रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
क्या पुलिस जवान किसानों के बेटे नहीं : रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी
किसान आज सरकार से ज्यादा पॉवरफुल हो गए : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
देश के गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए : आलोक शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
आज के दिन पुलिस के संयम और धर्य की प्रशंसा करनी चहिए : अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
वो चाहते थे कि जलियावाला बाग हो जाए : अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
बहुत गलत हुआ है, सरकार ने संयम बरता नहीं हो बहुत नुकसान हो जाता : दर्शक
कोई भी हिंसा किसी भी तरीके से नहीं होना चाहिए : मनजिंदर सिंह सिरसा, नेता, अकाली दल
जब एक रुट तय किए जा चुके थे, तो फिर से वहां तक कैसे पहुंचे : मनजिंदर सिंह सिरसा, नेता, अकाली दल
हमने किसान समाजवादी कमेटी बनाई है, जो अखिलेश यादव को रिपोर्ट देगी : अब्दुल हफीज गांधी, प्रवक्ता, एसपी
लाल किले की व्यवस्था चौकस होनी चाहिए :अब्दुल हफीज गांधी, प्रवक्ता, एसपी
भारतीय जनता पार्टी के लोग कैसे सिंघु बॉर्डर पहुंच जाते है पता नहीं चलता :अब्दुल हफीज गांधी, प्रवक्ता, एसपी
हमारे किसान बंधु खालिस्तानी नहीं हो सकते : अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
हिंदी में कहावत है, आधी छोड़ पूरी पर धावे, ये भी न मिला वो भी न मिला : अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
इस कानून पर जब आलोचना हो रही थी, एक दिन भी वो नहीं पहुंचे : अपराजिता सारंगी,प्रवक्ता, बीजेपी
किसान के लिए लोकतंत्र नहीं, बीजेपी को ये लोकतंत्र मुबारक हो : मनजिंदर सिंह सिरसा, नेता, अकाली दल
बीजेपी किसान को आधा देना चाहती है, अगर आधा नहीं तो अब पूरा भी नहीं मिलेगा : मनजिंदर सिंह सिरसा, नेता, अकाली दल
आप किसानों के दाता मत बनिए, इसीलिए आप किसानों को आधा दे रही हैं : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
आप सबकी हाजरी लगाते रहिए : रमणिक मान, किसान नेता
जब किसान आत्महत्या कर रहे थे तब कहां थे प्रधानमंत्री, राहुल गांधी : रमणिक मान, किसान नेता
मैं बताता हूं लाल किले का जिम्मेदार कौन हैं : रमणिक मान, किसान नेता
राहुल गांधी कह रहे थे, कृषि बिल समझ में आ जाए तो देश में आग लग जाएगी : रमणिक मान, किसान नेता
आखिर किसान रैली वहां तक कैसे पहुंची : सुनील, दर्शक
गणतंत्र दिवस के दिन किसी को प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए थी : प्रवीण डंग, दर्शक लुधियाना
ये सब सरकार के प्रायोजित कार्यक्रम है : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता, किसान कमेटी, गाजीपुर बॉर्डर
26 जनवरी को जो कुछ लाल किले पर हुआ वह बहुत गलत है : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता, किसान कमेटी, गाजीपुर बॉर्डर
देश के प्रधानमंत्री के पास किसानों के लिए 2 मिनट का समय नहीं है : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता, किसान कमेटी, गाजीपुर बॉर्डर
सबसे ज्यादा तिरंगे दिल्ली के सड़कों पर किसानों ने दौड़ाए हैं : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता, किसान कमेटी, गाजीपुर बॉर्डर
राकेश टिकैत भावुक होकर रोए थे, वह मेरे लिए नहीं रोए थे, किसानों के लिए रोए थे : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता, किसान कमेटी, गाजीपुर बॉर्डर
आज जैसे लोगों के कारण देश का लाल किला सुरक्षित नहीं : जगतार सिंह बाजवा, प्रवक्ता, किसान कमेटी, गाजीपुर बॉर्डर
कृषि कानून के खिलाफ जो सांसद धरने पर बैठे थे, वह कांग्रेस सांसद थे :सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
हम परिवार वाले लोग हैं, हम परिवार का ख्याल रखते हैं : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
किसानों को भी राजनीति करने का हक है : अब्दुल हफीज गांधी, प्रवक्ता, एसपी
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