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जानें कौन हैं अनीता बोस, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के लिए BJP ने दी है अहम जिम्मेदारी

अनीता बोस (Anita Bose), भारत के स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की इकलौती संतान हैं. अनीता पेशे से एक अर्थशास्त्री हैं.

Updated on: 21 Jan 2021, 12:17 PM

नई दिल्ली:

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहम किरदार निभाने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की 23 जनवरी को 125वीं जयंती है. नेताजी का जन्म 23 जनवरी, 1897 को ओडिशा के कटक (Cuttack, Odisha) में हुआ था. उस समय कटक बंगाल प्रेसिडेंसी (Bengal Presidency) का हिस्सा हुआ करता था. इस साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections) को देखते हुए सभी पार्टियां नेताजी की जयंती को धूमधाम से मनाने की तैयारियों में जुटी हुई है.

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पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का किला ध्वस्त करने की कोशिशों में लगी बीजेपी (BJP) इस बार भव्य तरीके से नेताजी की 125वीं जयंती मनाएगी. बीजेपी ने इस आयोजन के लिए बकायदा एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) करेंगे. ये समिति नेताजी की 125वीं जयंती की रूपरेखा तैयार करेगी. बता दें कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस को भी इस समिति का सदस्य बनाया गया है.

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अनीता बोस (Anita Bose), भारत के स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की इकलौती संतान हैं. अनीता पेशे से एक अर्थशास्त्री हैं. उनका पूरा नाम अनीता बोस फाफ है. नेताजी की पत्नी एमिली शेंकल ने 29 नवंबर, 1942 को अनीता को ऑस्ट्रिया में जन्म दिया था. अनीता ने जर्मनी के अर्थशास्त्री और राजनेता मार्टिन फाफ के साथ शादी की, जिसके बाद उन्हें जर्मनी की नागरिकता मिल गई.

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अनीता बोस ने अगस्त 2019 में मोदी सरकार से नेताजी की अस्थियों का DNA टेस्ट कराने की मांग की थी. अनीता चाहती हैं कि उनके पिता के निधन की असली वजह सामने आए. इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकारों पर मामले की अनदेखी का भी आरोप लगाया था. बता दें कि नेताजी की अस्थियां जापान के रेनकोजी मंदिर में रखी हैं.