नागरिकता संशोधन अधिनियम पर देश भर में हो रहे विरोध-प्रदर्शन को भले ही अफवाह और दुष्प्रचार से प्रेरित बताया जा रहा है, लेकिन इस बार एक बात बहुत साफतौर पर देखी जा रही है कि सीएए के विरोध में सड़कों पर उतरने वाले अपने हाथों में तिरंगे लिए हिंदू-मुस्लिम भाई-चारे का संदेश भी दे रहे हैं. जामिया हिंसा समेत सीलमपुर या अन्य स्थानों पर हुए हिंसक प्रदर्शनों को लेकर एक बात सामने आई है कि वहां हिंसा बाहरी लोगों ने फैलाई. इस बात के संकेत गृह मंत्रालय को पेश की गई एक रिपोर्ट में भी है कि इन आंदोलनों की आड़ में पाकिस्तान अपने हित साध सकता है. इस बीच गुरुवार को एक बार फिर दिल्ली में भारतीय एकता और अखंडता का उदाहरण सामने आया. सीएए के विरोध में सड़कों पर उतरे लोगों में जब कुछ मुस्लिम भाईयों ने नमाज अदा करनी शुरू की, तो अन्य धर्मों के लोगों ने उनके इर्द-गिर्द मानव श्रंखला बनाकर उन्हें सुरक्षित किया. लगभग सभी धर्मों ने इसके साथ ही अपील की है कि बहकावे में न आते हुए शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध दर्ज कराएं.
दिल्ली में भी नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ गुरुवार को लाल किले पर विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था. इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने एहितियातन जगह-जगह पर मेट्रो स्टेशन बंद कर लोगों को हिरासत में ले लिया. ऐसे में कुछ लोग जामिया मिलिया इस्लामिया के गेट पर भी एकत्र हुए थे, जिन्हें पुलिस आगे नहीं बढ़ने दे रही थी. इसके बाद नमाज का वक्त हो जाने से प्रदर्शनकारियों में शामिल मु्स्लिम भाईयों ने नमाज पढ़नी शुरू कर दी. यह देख अन्य धर्मों के लोगों ने मानव श्रंखला बनाकर उन्हें सुरक्षित घेरे में तब तक बनाए रखा, जब तक कि उनकी नमाज पूरी नहीं हो गई. इधर पुलिस भी अपना मानवीय चेहरा प्रस्तुत करने की हरसंभव कोशिश कर रही है. हिरासत में लिए गए प्रदर्सनकारियों को पुलिस न सिर्फ खाने-पीने का सामान उपलब्ध करा रही है, बल्कि आंदोलन के बीच फंसे लोगों और छात्रों को सुरिक्षत स्थानों पर भी पहुंचाने की कोशिश कर रही है.
इस बीच केंद्र सरकार ने सीएए का विरोध कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया है कि नगरिकता संशोधन अधिनियम वास्तव में नागरिकता देने के लिए है ना कि किसी की नागरिकता लेने के लिए. इसके साथ ही केंद्र ने राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी कर सख्त निर्देश दिए हैं कि भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाए. साथ ही छात्रों और आम जनों को समझा-बुझा कर घरों को लौटा दिया जाए. गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में देश भर में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के पीछे आतंकवादी और राजनीतिक शह प्राप्त चरमपंथी संगठनों का हाथ है. खुफिया रिपोर्ट इसके पहले भी इस तरह के इनपुट दे चुकी है कि प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और इस्लामिक स्टूडेंट मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) कुछ राजनीतिक दलों की शह पर देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ अफवाह और भ्रम फैलाकर उसे हिंसक रूप देने की फिराक में हैं. इसके लिए पाकिस्तान की शह पर एक बार फिर सिमी के स्लीपर सेल को सक्रिय किया जा रहा है.
HIGHLIGHTS
- बाहरी ताकतें सीएए पर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शनों को हाईजैक करने का कर रहीं प्रयास.
- फिर भी देश के विभिन्न हिस्सों में भाई-चारे की मिसाल पेश करते मिल रहे समाचार.
- दिल्ली में नमाज अदा करते मुस्लिम भाईयों के इर्द-गिर्द मानव श्रंखला बनाई गई.
Source : News Nation Bureau