फर्जी विज्ञापन के फेर में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। दरअसल उन्होंने एक मोटापा घटाने वाली दवा का विज्ञापन देख कर 1000 रुपये दे बैठे थे।
राज्य सभा में कार्यवाही के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल के मिलावट और नकली सामान बेचे जाने का मामला उठाये जाने पर नायडू ने ये वाकया सदन में सुनाया था।
नायडू ने सदन के सदस्यों को बताया कि उप राष्ट्रपति बनने के कुछ समय बाद उन्होंने 28 दिन में वजन घटाने का दावा करना वाला विज्ञापन को देखा था। जिसकी कीमत 1230 रुपये थी।
नायडू ने कहा, 'मैंने उसकी कीमत चुका दी लेकिन कुछ समय बाद मुझे एक पैकेट मिला। जब मैंने खाला उसमें एक नोट था जिसमें ओरिजनल मेडिसीन पाने के लिए 1000 रुपए और भेजने के लिए कहा गया था।'
इसके बाद उन्होंने उस नोट को राम विलास पासवान को अपना अनुभव बताते हुए दिखाया था। जिसकी जांच के आदेश दे दिए गए थे। जांच में पता चला कि यह कंपनी अमेरिका की है। उन्होंने कहा, 'ऐसे फर्जी विज्ञापनों का कुछ किया जाना चाहिए।'
इसके जवाब में पासवान ने कहा कि उनका मंत्रालय फर्जी दावे करने वाली ऐसी कंपनियों के खिलाफ में नया कानून लाने पर काम कर रही है।
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HIGHLIGHTS
- फर्जी विज्ञापन के चक्कर में वैंकेया नायडू गवां बैठे हजार रुपये
- नायडू ने राज्यसभा में सदस्यों को सुनाया वाकया
Source : News Nation Bureau