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जब मैंने JNU में पढ़ाई की थी तो वहां कोई टुकड़े-टुकड़े गैंग नहीं था : एस. जयशंकर

विदेशमंत्री ने कहा कि, हम ये नहीं कह रहे हैं कि ये समस्याएं हैं जिन्हें हम भविष्य के लिए छोड़ने जा रहे हैं.

Updated on: 06 Jan 2020, 08:14 PM

नई दिल्‍ली:

जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर अब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. रविवार को दिल्ली के एक कार्यक्रम में पहुंचे विदेशमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि हमारे समय में जेएनयू में कोई टुकड़े-टुकड़े गैंग नहीं था. एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री ने कहा, 'मैं निश्चित रूप से आपको बता सकता हूं, जब मैंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अध्ययन किया था, तो हमने वहां कोई 'टुकड़े-टुकड़े' गैंग नहीं देखा।' आपको बता दें कि एस. जयशंकर भी जेएनयू के छात्र रह चुके हैं.

दिल्ली में एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान विदेशमंत्री एस जयशंकर ने कहा, हम अतीत की तुलना में आज कम सुस्त शासन मानसिकता वाले हैं. हम उद्देश्य और दृढ़ संकल्प के साथ समस्याओं पर हमला कर रहे हैं, हम ये नहीं कह रहे हैं कि ये समस्याएं हैं जिन्हें हम भविष्य के लिए छोड़ने जा रहे हैं. वहीं आपको बता दें कि रविवार की शाम को अचानक से जेएनयू परिसर में कुछ नकाबपोश लोग घुस आए. इन नकाबपोशों ने जेएनयू के छात्रों और प्रोफेसर्स के साथ मार पीट की. इसके बाद एबीवीपी और लेफ्ट दोनों के समर्थकों में झड़प शुरू हो गयी. देखते ही देखते ये आग देश के कई विश्वविद्यालयों तक जा पहुंची. 

कुलपति को बर्खास्त करने की उठी मांग
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष आईशी घोष ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने रविवार को जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा की निंदा की है. उन्होंने कुलपति को हटाने की मांग की है. इस दौरान उन्होंने RSS और ABVP पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि यह हमला एक संगठित हमला था. जिसमें RSS और ABVP के गुंडे शामिल थे. चूंकि पिछले 4-5 दिनों से कैंपस में कुछ आरएसएस से जुड़े प्रोफेसरों और एबीवीपी द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा था.

आपको बता दें कि रविवार को दिल्ली के जेएनयू में हुए हमले की निंदा पूरे देश भर में हो रही है. देश के अलग-अलग हिस्सों में जेएनयू हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. कोलकाता के जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झपड़ हो गई. छात्रों को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया.