रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को लेह पहुंचे. वहां उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कश्मीर कब पाकिस्तान का था कि उसको लेकर रोते रहते हो? पाकिस्तान बन गया तो हम आपके वजूद का सम्मान करते हैं. पाकिस्तान को इस मुद्दे पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है. राजनाथ सिंह ने कहा, अब पाकिस्तान से बातचीत भी होगी तो केवल पीओके को लेकर होगी. इसके अलावा पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी. राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्ना हिस्सा है और रहेगा. इसके अलावा पीओके भी भारत का अभिन्न हिस्सा है.
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि सरकार जो कुछ भी कर रही है, वो जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आर्थिक विकास, लोकतंत्र और समृद्धि में सुधार के लिए कर रही है. राजनाथ ने सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के भारत के प्रयास के लिए अमेरिकी समर्थन की सराहना की. उन्होंने कहा कि धारा 370 से संबंधित मुद्दे भारत का आंतरिक मामला है, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आर्थिक विकास, लोकतंत्र और समृद्धि में सुधार करना है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा था कि परमात्मा ऐसे पड़ोसी किसी को भी नहीं दे. उन्होंने कहा था, सबसे बड़ी आशंका तो हमें हमारे पड़ोसी के बारे में रहती है. समस्या यह है कि आप दोस्त बदल सकते हैं, मगर पड़ोसी का चुनाव आपके हाथ में नहीं होता है और जैसा पड़ोसी हमारे बगल में बैठा है, परमात्मा करे की ऐसा पड़ोसी किसी को न मिले.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो