logo-image

क्या होगा भाजपा सांसद जयंत सिन्हा का फैसला? पिता यशवंत सिन्हा या द्रौपदी मुर्मू  

राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी तय की गई है. वहीं एनडीए और भाजपा की ओर से द्रोपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है

Updated on: 22 Jun 2022, 01:38 PM

highlights

  • भाजपा सांसद जयंत सिन्हा किसे वोट देने वाले हैं
  • विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी तय की गई है
  • भाजपा की ओर से द्रोपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha)  की उम्मीदवारी तय की गई है. वहीं एनडीए और भाजपा की ओर से द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को उम्मीदवार बनाया है. मगर इन दो नामों को लेकर सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई  है कि भाजपा सांसद जयंत सिन्हा किसे वोट देने वाले हैं. इसे लेकर मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. मंगलवार शाम को जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऐलान किया कि एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होगी, तब यह सवाल उठने लगे कि भाजपा सांसद जयंत सिन्हा किसे वोट करेंगे? खुद जयंत सिन्हा को इस मामले में सामने आकर सफाई देनी पड़ी. 

गौरतलब है कि जयंत सिन्हा यशवंत सिन्हा के पुत्र हैं. यशवंत सिन्हा की राजनीतिक विरासत को वह आगे बढ़ा रहे हैं. यशवंत सिन्हा हजारीबाग से सांसद रह चुके हैं. हालांकि 2014 में उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. इस पर भाजपा ने जयंत सिन्हा को हजारीबाग से टिकट दिया था. जयंत सिंहा 2014 और 2019 में हजारीबाग से चुनाव जीतकर सांसद बने. 

जयंत सिन्हा ने इसका जवाब खुद दिया

अब इस सवाल को लेकर ट्रोल हो रहे जयंत सिन्हा ने इसका जवाब खुद दिया है. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे जयंत सिन्हा ने साफ तौर पर कह दिया है कि भाजपा सांसद के तौर पर मैं अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करूंगा. इसके लिए जयंत सिन्हा ने एक वीडियो संदेश भी जारी किया है. सबसे खास बात यह है कि वीडियो संदेश में जयंत सिन्हा भाजपा की टोपी लगाए दिखाई दे रहे हैं. 

वीडियो संदेश में जयंत सिन्हा ने कहा कि आप सभी को जोहार. विपक्ष द्वारा मेरे आदरणीय पिता जी श्री यशवंत सिन्हा जी को राष्ट्रपति हेतु प्रत्याशी घोषित किया है. आप सभी इसे पारिवारिक मामला न बनाएं. मैं भाजपा का कार्यकर्ता और सांसद हूं. मैं अपने संवैधानिक दायित्व को पूरी तरह से निभाउंगा. जय हिंद.’’ सभी निर्वाचित सांसद और विधायक राष्ट्रपति चुनाव  के लिए निर्वाचक मंडल के सदस्य हैं. 

गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा (84) भाजपा के वरिष्ठ नेता थे. पार्टी में वे प्रमुख पद पर थे और उन्हें अहम जिम्मेदारियां मिलीं थीं. उन्होंने 2018 में भाजपा छोड़ दी. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सहित कई प्रमुख विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीते मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया.