रविवार को पाकिस्तान नियंत्रण रेखा यानि की एलओसी के पास स्थित 12 इन्फैंट्री ब्रिगेड पर हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश दुखी और आक्रोशित है।आतंकियों से बरामद सामान से ये साबित हो चुका है कि हमला करने वाले सभी आतंकी पाकिस्तानी थे। लेकिन फिर भी पाकिस्तान है कि गलती मानकर उसे सुधारने की जगह भारत पर ही ढोंग करने का आरोप मढ़ रहा है। पढ़िए पाकिस्तान के प्रमुख अखबारों में उरी हमले को लेकर क्या लिखा गया है।
द डॉन
पाकिस्तान के प्रमुख इंग्लिश अखबार द डॉन ने उरी हमले की खबर को पहले पन्ने पर जगह दी है लेकिन भारत सरकार के लिए पाकिस्तान को इसका दोषी बनाए जाने पर गृह राजनाथ सिंह की आलोचना की है और भारत पर आरोप मढ़ते हुए कहा है कि भारत ऐसे आरोप लगाकर दोनों देशों के बीच रिश्ते को और खराब कर रहा है। भारत वहां होने वाले किसी भी अवांछित घटना के लिए भारत को ही जिम्मेदार ठहराता है
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून
अखबार ने उरी में हुए हमले पर भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने पर सवाल उठाया है। अखबार ने कहा है कि जम्मू कश्मीर की आजादी की मुहिम को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराए जाने के लिए अंदरूनी कार्रवाई की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता। इतना ही नहीं अखबार ने ये भी लिखा है कि इस उग्रवादी हमले से परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है
द पाकिस्तान ऑब्जर्वर
ऑब्जर्वर ने अपने पहले पन्ने पर ही भारत सरकार द्वारा लगाए आरोपों को निराधार बता दिया है। अखबार के मुताबिक पाकिस्तानी जमीन से किसी तरह की घुसपैठ नहीं हुई क्योंकि एलओसी पर दोनों तरफ से
अभेद सुरक्षा है और अखबार ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान को पाकिस्तान विरोधी भड़ास करार दिया है। गौरतलब है कि अखबार ने कहा है राजनाथ सिंह ने बयान जान बूझकर दिया है ताकि पाकिस्तान यूएन में कश्मीर का मुद्दा ना उठाए।
द न्यूज इंटरनेशनल
अखबार ने उरी हमले की खबर को फ्रंट पेज पर जगह तो दी है लेकिन उरी हमले को भारत सरकार का पठानकोट हमले जैसा ड्रामा करारा दे दिया है। पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद की डुगडुगी पीटने के लिए भारत सरकार पाकिस्तान को बदनाम कर रही है। अखबार ने पाकिस्तानी सेना के हवाले से लिखा है ये भारत का जाली फ्लैग ऑपरेशन है और इसके लिए जानबूझ कर भारत सरकार ने उरी को चुना है
Source : News Nation Bureau