सुनील कुमार सिंह की वीरता और शहादत को हम कभी नहीं भूलेंगे : तेजस्वी यादव
चित्रकूट विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार के आरोपों को किया खारिज
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्‍वाजा आसिफ का हल्क सूखा,​ चिनाब नदी के पानी का लेवल गिरा, ‘जल युद्ध’ की धमकी दी
बिहार : गया के लाभार्थी को 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत मुफ्त इलाज मिला
Coco Gauff: कोको गॉफ ने जीता पहला French Open का खिताब, फाइनल में आर्यना सबालेंका को दी मात
साथ रहने से क्या लड़कियों की Period डेट हो जाती है सेम? जानिए इसके पीछे की सच्चाई
सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आईआईएम इंदौर करेगा मैनेजमेंट प्लानिंग
मध्य प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती में गड़बड़ी की जांच के निर्देश : मोहन यादव
IND vs ENG: इंग्लैंड में कमाल कर रहा है मुंबई का ये ऑलराउंडर, टीम इंडिया में जल्द मिल सकता है डेब्यू का मौका

Republic Day 2024 : देश के झंडे में बने गोल घेरे का असली मतलब क्या है. जानें इतिहास और महत्व

यह भारत की संविधानिक मूल्यों में से एक है जो धर्मनिरपेक्षता की महत्वपूर्णता को दिखाता है.

author-image
Ravi Prashant
New Update
significance of the round circle in the flag?

झंडे में गोल घेरे का क्या महत्व है?( Photo Credit : Canva)

भारतीय तिरंगा वह स्वरूप है जो देश की एकता, समरसता, और समृद्धि की भावना को सुरक्षित करता है. इसमें बीच में बना हुआ चक्र एक महत्वपूर्ण प्रतीक है जिसे 'अशोक चक्र' कहा जाता है, और इसका मतलब है धर्मनिरपेक्षता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. अशोक चक्र का सीधा संबंध भारत के धर्मनिरपेक्षता से है. यह सुनिश्चित करता है कि भारत एक समृद्ध और समरस राष्ट्र बने, जहां धार्मिक भेदभाव नहीं होता है और सभी धर्मों को समान दृष्टिकोण से देखा जाता है. यह भारत की संविधानिक मूल्यों में से एक है जो धर्मनिरपेक्षता की महत्वपूर्णता को दिखाता है.

Advertisment

ये भी पढ़ें- पद्म पुरस्कारों की घोषणा, 34 की सूची जारी की, इन लोगों ने समाज में दिया बड़ा योगदान

समृद्धि भारत की प्रतीक

अशोक चक्र का संदेश है समृद्धि और समृद्धि की ओर प्रवृत्ति करना. यह चक्र एक चक्कर की भांति है जो समर्थन, प्रगति और एक समृद्ध राष्ट्र की ऊंचाइयों की प्रतीक है. इससे समझते हैं कि भारत विकास और समृद्धि की दिशा में प्रगिशील है और सभी नागरिकों को एक समृद्ध जीवन की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत करता है. इस प्रकार, तिरंगे में बीच में बने चक्र का उपयोग धर्मनिरपेक्षता और समृद्धि की प्रतीकता के रूप में होता है जो भारतीय समाज के मूल्यों और दिशाओं को प्रतिष्ठित करता है.

अशोक चक्र की अद्भुतता यह है कि यह अनंत और बिना अंत का प्रतीक है, जो विकास और समृद्धि की अनवरत प्रगति को दर्शाता है. यह दिखाता है कि समाज को हमेशा आगे बढ़ना चाहिए और विकास के पथ पर स्थिरता से चलना चाहिए. चक्र की इस विशेष विशेषता ने इसे समर्थन, सजगता, और समर्पण का प्रतीक बना दिया है.

ये भी पढ़ें- क्यों मनाया जाता है रिपब्लिक डे, जानें इतिहास और महत्व

चक्र और भारतीय संविधान:

भारतीय संविधान के निर्माण में भी अशोक चक्र का महत्वपूर्ण योगदान है. संविधान के समान और धर्मनिरपेक्ष भारत की भावना को प्रतिष्ठित करने के लिए यह एक प्रमुख प्रतीक है. चक्र का अस्तित्व सिखाता है कि विकास और समृद्धि में समानता और एकता से ही संभावना है. अशोक चक्र वाला तिरंगा भारतीय राष्ट्र की भौतिक और आध्यात्मिक पहचान का प्रतीक है. यह दिखाता है कि हम एक समृद्ध, धर्मनिरपेक्ष, और सजीव राष्ट्र बनाने की कड़ी मेहनत कर रहे हैं. चक्र के साथ हम समझते हैं कि हमारा उद्दीपन और समर्पण अनंत है, जो हमें हमारे संबंधित और सजग भविष्य की ओर बढ़ने में मदद करेगा.

Source : News Nation Bureau

Republic Day Celebrations Republic Day 2024 Ashok Chakra Tiranga History Tiranga Republic Day History republic-day
      
Advertisment