अटल बिहारी के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक, जानें क्या हैं नियम

जब किसी नेता, गणमान्य शख्स का निधन हो जाता है जिन्होंने देश के लिए अहम योगदान दिया हो तब राष्ट्रीय शोक की घोषणा की जाती है। राष्ट्रीय

जब किसी नेता, गणमान्य शख्स का निधन हो जाता है जिन्होंने देश के लिए अहम योगदान दिया हो तब राष्ट्रीय शोक की घोषणा की जाती है। राष्ट्रीय

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nitu pandey
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अटल बिहारी के निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक, जानें क्या हैं नियम

तिरंगा

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हमारे बीच नहीं रहे। सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। राष्ट्रीय शोक क्या होता है और इसके क्या नियम है आइए जानते हैं-

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जब किसी नेता, गणमान्य शख्स का निधन हो जाता है जिन्होंने देश के लिए अहम योगदान दिया हो तब राष्ट्रीय शोक की घोषणा की जाती है। राष्ट्रीय शोक उस महान शख्सियत के मृत्यु पर संवेदना, दुख प्रकट करने का एक तरीका है।

राष्ट्रीय शोक कितने दिनों की हो इसका निर्णय सरकार करती है। अब तक की परंपरा को देखें तो राष्ट्रीय शोक एक दिन से लेकर सात दिनों तक देखा गया है।

राष्ट्रीय शोक के नियम
- राष्ट्रीय शोक के दौरान देशभर में उन सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया जाता है जहां इसे नियमित फहराया जाता है।
- राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाता है।
- राष्ट्रीय शोक में सरकारी कार्यालय और कॉलेज (सरकार के निर्णय पर) बंद रखा जाता है।
- सरकारी कार्यों और समारोह और छोटे-बड़े उत्सव को रद्द कर दिया जाता है।
- दूरदर्शन और आकाशवाणी पर शोक के धुन बजाए जाते हैं।

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Source : News Nation Bureau

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