What is organic farming: क्या है जैविक खेती, जानिए इसके 10 बड़े फायदे
जैविक खेती एक प्राकृतिक तरीके से फसल उत्पादन करने की प्रक्रिया है, जिसमें केवल प्राकृतिक तत्वों का प्रयोग किया जाता है.
नई दिल्ली:
जैविक खेती एक प्राकृतिक तरीके से फसल उत्पादन करने की प्रक्रिया है, जिसमें केवल प्राकृतिक तत्वों का प्रयोग किया जाता है. इस प्रकार की खेती में कोई भी कीटनाशक, उर्वरक, या केमिकल खाद नहीं प्रयोग किया जाता है. इसमें जैविक खाद, कम्पोस्ट, गोबर, जीवाणु और पौध रोगनाशी युक्त प्रस्तुतियों का प्रयोग किया जाता है. जैविक खेती के कई फायदे होते हैं. पहले तो, यह प्रदूषण कम करती है और प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखती है.
इसके अलावा, इससे मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ती है और प्रदुषणमुक्त और स्वस्थ फसल प्राप्त होती है. जैविक खेती विकासशील और संरचनात्मक खेती के लिए एक सकारात्मक प्रक्रिया है, जो न केवल आर्थिक महत्वपूर्णता रखती है, बल्कि स्वास्थ्यप्रद और पर्यावरण के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है.
जैविक खेती के 10 बड़े लाभ:
1. स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद: जैविक खेती में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग नहीं होता, जिससे उत्पादों में रसायनों की मात्रा कम होती है. यह उन्हें स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद बनाता है. उदाहरण के लिए, जैविक रूप से उगाए गए टमाटरों में पारंपरिक टमाटरों की तुलना में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है.
2. पर्यावरण के अनुकूल: जैविक खेती पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती है. यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाती है, जल प्रदूषण कम करती है, और जैव विविधता को संरक्षित करती है. उदाहरण के लिए, जैविक खेती में मिट्टी में कार्बन का जमाव बढ़ता है, जिससे जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद मिलती है.
3. मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि: जैविक खेती में खाद और हरी खाद का उपयोग मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है और इसे स्वस्थ बनाता है. उदाहरण के लिए, दलहन फसलों की जड़ों में नाइट्रोजन-फिक्सिंग जीवाणु होते हैं जो मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाते हैं.
4. जल संरक्षण: जैविक खेती में मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है, जिससे कम पानी की आवश्यकता होती है. उदाहरण के लिए, जैविक खेती में मल्चिंग का उपयोग मिट्टी की नमी को बनाए रखने में मदद करता है.
5. किसानों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर: रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के संपर्क में आने से किसानों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. जैविक खेती में इन रसायनों का उपयोग नहीं होता, जिससे किसानों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है.
6. रोजगार सृजन: जैविक खेती में रासायनिक खेती की तुलना में अधिक लोगों की आवश्यकता होती है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ते हैं.
7. आर्थिक लाभ: जैविक उत्पादों की बाजार में उच्च मांग और मूल्य होता है, जिससे किसानों को अधिक आय प्राप्त होती है. उदाहरण के लिए, जैविक रूप से उगाए गए चावल का पारंपरिक चावल की तुलना में अधिक मूल्य होता है.
8. खाद्य सुरक्षा: जैविक खेती खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देती है क्योंकि यह स्वस्थ और पौष्टिक भोजन प्रदान करती है.
9. जैव विविधता का संरक्षण: जैविक खेती विभिन्न प्रकार के पौधों और जीवों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करती है, जिससे जैव विविधता का संरक्षण होता है.
10. सतत कृषि: जैविक खेती एक स्थायी कृषि प्रणाली है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण और खाद्य सुरक्षा को बनाए रखने में मदद करती है.
भारत में, कई किसान जैविक खेती अपना रहे हैं और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य, अधिक आय और पर्यावरण में सुधार का अनुभव हो रहा है. कई देशों में, जैविक उत्पादों की मांग बढ़ रही है, जिससे किसानों के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं. जैविक खेती एक बेहतर विकल्प है जो स्वास्थ्य, पर्यावरण, और किसानों के लिए लाभकारी है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट