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आयुर्वेदिक चिकित्सा बनाम डॉक्टरों का विवाद क्या है? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas

योग गुरु रामदेव ने शुक्रवार को 'पतंजलि (Patanjali) द्वारा कोविड-19  (Covid-19) प्रथम साक्ष्य-आधारित दवा' पर वैज्ञानिक शोध पत्र जारी किया. आखिर आयुर्वेद पर डॉक्टरों का हल्ला बोल क्यों? आयुर्वेद Vs एलोपैथ की नौबत क्यों आई?

Updated on: 19 Feb 2021, 09:27 PM

नई दिल्ली:

योग गुरु रामदेव ने शुक्रवार को 'पतंजलि (Patanjali) द्वारा कोविड-19  (Covid-19) प्रथम साक्ष्य-आधारित दवा' पर वैज्ञानिक शोध पत्र जारी किया. आखिर आयुर्वेद पर डॉक्टरों का हल्ला बोल क्यों? आयुर्वेद Vs एलोपैथ की नौबत क्यों आई? आयुर्वेद को सर्जरी का अधिकार मिला तो कैसे बढ़ी तकरार? आयुर्वेद सर्जरी के विरोधी खेमे को योगगुरु ने करारा जवाब दिया है. इसे लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि जब हमने रिसर्च और एविडेंस के साथ साबित कर दिया कि कोरोनिल एक साथ कोरोना की रोकथाम, इलाज, कोरोना के बाद के प्रभाव और कोरोना की जटिलताओं से निपटने के लिए एक साथ काम करती है तो पूरे देश और दुनिया ने माना. अब हमें 150 से ज़्यादा देशों में कोरोनिल बेचने की अनुमति है. आयुर्वेदिक चिकित्सा बनाम डॉक्टरों का विवाद क्या है? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.

  • पतंजलि ने हर दवा के घटक पर काम करने का प्रयास किया है  : डॉ. अनुराग वार्ष्णेय, उपाध्यक्ष, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन
  • ये दो पैथियों की लड़ाई नहीं है, हमें दो-तीन पैथी के बीच आपसी सामजस्य करना चाहिए : डॉ. अनुराग वार्ष्णेय, उपाध्यक्ष, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन
  • बीएमएस डिग्री भी साढे चार की होती है : डॉ. अनुराग वार्ष्णेय, उपाध्यक्ष, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन
  • हमें सर्जरी के लिए स्किल डेवपलेप करना चाहिए : डॉ. अनुराग वार्ष्णेय, उपाध्यक्ष, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन
  • आयुर्वेद को शल्य चिकित्सा की परमिशन मिली है : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • आयुर्वेद में शल्य चिकित्सा का उपयोग करना चाहिए : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • पीएम मोदी जी इसमें काफी सहयोग कर रहे हैं : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • अगर हमारे अंदर कोई कमी है तो उसे दूर करके विकसित करें : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • अध्यादेश से सरकार ने नोटिफाई किया : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • दुनिया में भारत ऐसा देश है जहां इतनी पद्धतियां हैं : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • कोरोना काल में आयुर्वेद ने कई लोगों को ठीक किया : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • बिना समझे आयुर्वेद पर आरोप लगाना गलत है : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • आज आयुर्वेद बहस का विषय बन गया है : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • कब भारत की ये पद्धति आगे आएगी : डॉ. विनोद यादव, CMO, आयुष मंत्रालय
  • एलोपैथ सर्जन को बनने में 10 से 12 साल का समय लगता है : डॉ. शरद अग्रवाल, अध्यक्ष, IMA हॉस्पिटल बोर्ड
  • आईएस का किसी से कोई विरोध नहीं है : डॉ. शरद अग्रवाल, अध्यक्ष, IMA हॉस्पिटल बोर्ड
  • इतने सालों में क्यों आयुर्वेद के इंस्टीट्यूट विकसित नहीं हुए : डॉ. शरद अग्रवाल, अध्यक्ष, IMA हॉस्पिटल बोर्ड
  • आज हर नेता मंत्री एलोपैथ से क्यों इलाज कर रहे हैं : डॉ. शरद अग्रवाल, अध्यक्ष, IMA हॉस्पिटल बोर्ड
  • कैंसर सर्जन बनने में  11 साल लगे : डॉ. आशुतोष चौहान, सीनियर सर्जन
  • अब मैं कैंसर के अलावा कोई और आपरेशन नहीं कर सकता हूं : डॉ. आशुतोष चौहान, सीनियर सर्जन
  • एलोपैथ में कोई चीज हवा में नहीं होती है : डॉ. आशुतोष चौहान, सीनियर सर्जन
  • आज सुनकर लग रहा है कि हम बेवजह ही कोरोना टीका अभियान चले रहे हैं : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • सबको कोरोनिल की खिला देना चाहिए : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • मैं कई मरीजों को जानता हूं कि जिन्हें कोरोनिल खाने के बाद कोरोना हो गया था : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • लोगों के लिए जरूरी है कि उन्हें कौन सी पद्धति चुनना है : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • एक-दूसरे पर उंगली उठाना गलत है : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • किसी को कोई परेशानी हो तो इलाज कराएं : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • मुझे लगता है कि इस वक्त सोचने और समझने की जरूरत है : डॉ. स्वाति महेश्वरी, सीनियर फिजिशियन
  • मैं आयुष डॉक्टरों को बधाई देता हूं : डॉ. कविता गौर, दिल्ली, दर्शक
  • किसी भी पैथी के बीच में कंपीटिशन की बात नहीं है : डॉ. कविता गौर, दिल्ली, दर्शक
  • आयुर्वेद ऐसी पद्धित है जिसमें थैरेपी दी जाती है और उसका इलाज सफल रहता है : डॉ. कविता गौर, दिल्ली, दर्शक