पीएम नरेंद्र मोदी ने महापुरुषों को लेकर कहा कि भारत का इतिहास सिर्फ वो नहीं, जो गुलामी की मानसिकता के साथ लिखने वालों ने लिखा. भारत का इतिहास वो भी है जो भारत के सामान्य जन में और लोकगाथाओं में रचा-बसा है और जो पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ा है. स्वतंत्रता संग्राम के कई महान हस्तियों को वो स्थान नहीं दिया गया जिसके वो हकदार थे. इतिहास रचने वालों के साथ इतिहास लिखने वालों ने जो अन्याय किया है उसे आज का भारत सुधार रहा है. सुभाष चंद्र बोस आजाद हिंद सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे... क्या उनकी इस पहचान को और उनके योगदान को वो सम्मान मिला, जो मिलना चाहिए था? लालकिले से लेकर अंडमान तक नेताजी को जो सम्मान करना चाहिए था, उसे हमारी सरकार ने सशक्त करने का काम किया. इतिहास में महापुरुषों के साथ क्या अन्याय हुआ? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- जब 1910 में वीर सावरकर को दो जन्मों की सजा हुई थी, तब कांग्रेस का अध्यक्ष था : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- नेहरू ने जेल में 4-4 किताबें लिखी थी, लेकिन वीर सावरकर बैल के कोल्हू बने रहे : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- भारत एक ऐसा देश है, जो अपने देश के लिखे इतिहास को नहीं मानता, जबकि विदेश में लिखे इतिहास को मानता है : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- आप लोगों को गजब का इस देश का इतिहास लिखा है : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- कांग्रेस ने महाराज सुहेलदेव की अनदेखी की : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- सभी के योगदान का सम्मान हो : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- पाकिस्तान बनने के प्रस्ताव पर किसने हस्ताक्षर किए थे, नेहरू ने किया था : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- डॉ. अंबेडकर के खिलाफ चुनाव में नेहरू प्रचार-प्रसार किए थे : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- डॉ. अंबेडकर के संविधान में सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं थे : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- लाला लाजपत को छोड़कर एक कांग्रेस के नेता का नाम बता दीजिए, जिसे फांसी हुई हो या गोली लगी हो : डॉ सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद, BJP
- आजाद भारत की जो इतिहास लिखी गई, उसमें स्वंत्रतास्वाधीनता के कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें हासिए पर रखा गया : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- इस देश की कई योजनाओं का नाम नेहरू और गांधी परिवार पर रखा गया है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- संविधान में राम दरबार उकेरा गया, लेकिन आज कांग्रेस क्या कर रही है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- आज भारत के अंदर एक नया सांस्कृतिक जागरण हो रहा है : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- कभी भी भारत एक है इस पर चर्चा नहीं हुई : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- कांग्रेस ने जानबूझ कर इतिहास से छेड़छाड़ की : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- कांग्रेस ने सबकुछ सुनियोजित तरीके से किया : प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- भारत का इतिहास स्वर्णीम है : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- कहां थे आप, जब इतिहास रचा जा रहा है : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- कहां थे श्यामाप्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल जी, जब भारत का इतिहास लिखा जा रहा था : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- मैं तो हर दिन अपेक्षा करता हूं कि पीएम मोदी आज की हालात के बारे में बोलेंगे : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- पीएम मोदी को इतिहास प्रतिशोध लेने बंद करें : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- आज देश आपकी सच्चाई जान गया है : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- आजादी की लड़ाई में हिस्सा न लेने के लिए अंग्रेजों ने आरएसएस को प्रशस्ति पत्र दिया था : अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ अन्याय हुआ था : बिनॉय सिंह, TMC नेता
- नेता जी आजादी के भारत को जो स्वरूप देना चाहते थे, वे कांग्रेसी नहीं चाहते थे : बिनॉय सिंह, TMC नेता
- सरदार भक्त सिंह के मामले में जिस शख्स ने गवाही थी, वे किस संगठन से आता है : बिनॉय सिंह, TMC नेता
- इनके लिए अकबर और औरंगजेब हीरो हैं : आरपी सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
- इनके लिए गुरुतेज बहादुर लुटेरे थे : आरपी सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
- लेफ्ट ने कांग्रेस के हिसाब से इतिहास लिखे हैं : आरपी सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
- जब भारत आजाद हुआ था, उस समय अंग्रेज भारत नहीं छोड़ना था : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- इसलिए हमलोगों को जानबूझकर गलत इतिहास पढ़ाया गया : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- बिना किसी के साक्ष्य भारत में इतिहास पढ़ाया जा रहा है : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- सुभाषचंद्र बोस को अंतिम जीवन गुमनाम में जीना पड़ा था : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- माता दीन और मणि दीवान के बारे में इतिहास में कोई जिक्र नहीं है : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- हम लोग औरंगजेब के बारे में इतिहास में क्यों पढ़ते हैं : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- जिन सड़कों का नाम आजादी के बाद बदल देना चाहिए था, लेकिन आज तक बदलाव क्यों नहीं हुआ : डॉ. पवन सिन्हा, इतिहासकार
- इतिहास का पुनर्पाठ होना चाहिए : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- भगत सिंह के वकील सिर्फ कांग्रेस के ही क्यों थे, आरएसएस के क्यों नहीं थे : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- चंद्रशेयर के बारे में मुखबरि करने वाला कौन था : सुरेंद्र राजपूत, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कांग्रेस
- अब भारत को अफगानिस्तान की तरह बना रहे हैं : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- मोदी सरकार को महंगाई से ध्यान हटाना है, इसलिए ऐसी बात हो रही है : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- पीएम मोदी इस देश को कहां ले जा रहे हैं : तहसीन पूनावाला, राजनीतिक विश्लेषक
- निश्चित ही इस देश के महापुरुषों के साथ अन्याय हुआ है : ऋषि त्रिपाठी, कुशीनगर, दर्शक
- पीएम मोदी ने आज कहा कि महापुरुषों को जो सम्मान मिलना था वो नहीं मिला : ऋषि त्रिपाठी, कुशीनगर, दर्शक
- इतिहास में पढ़ा था कि अकबर महान था, लेकिन अब समझ आता है कि वीर सावरकर महान हैं : मृत्युंजय सिंह, लखनऊ, दर्शक
- हमारा पहला इतिहास ही गलत है कि भारत का खोज बास्कोडीगामा ने किया है : मृत्युंजय सिंह, लखनऊ, दर्शक
Source : News Nation Bureau