टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. देश के जाने-माने उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने के आरोपों की एथिक्स कमेटी जांच कर रही है. इसी बीच कांग्रेस ने भी एंट्री ले ली है. कांग्रेस महुआ मोइत्रा का बचाव करती नजर आ रही है. इस मामले में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि किसी खास व्यक्ति या उधोगपति को बचाने के लिए सरकार काम कर रही है.
सदन में सभी सदस्यों को बोलने का अधिकार है
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, सरकार एक विशेष उद्योगपति को बचाने के लिए इतनी उत्सुक है कि अगर कोई उसके खिलाफ सवाल पूछता है, तो वह व्यक्ति उसकी दुश्मन बन जाती है.'' जब हम सदन में जाते हैं, जनता के प्रतिनिधि होते हैं, जहां भी सवाल होते हैं, उठाने की कोशिश करते हैं. लेकिन एथिक्स कमेटी बनाकर जांच शुरू करने का ऐसा तरीका मैंने कभी नहीं देखा. हर सदस्य को सदन के अंदर बोलने का अधिकार है."
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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हो चुकी है कार्रवाई
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी एक उद्योगपति के खिलाफ आवाज उठाई थी. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गयी. उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के नुमाइंदे बात कर रहे हैं. सीबीआई, ईडी जैसी कई एजेंसियां उनके साथ हैं. उन सभी को तैनात करें. उन्होंने कहा कि हम हैरान हैं कि इस मामले सरकार इतनी तत्परता क्यों दिखाई रही है. हमने इससे पहले ऐसा तरीका नहीं कभी नहीं देखा.
कैसे उठा ये मामला?
आपको बता दें कि बीजेपी नेता और सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और अपने राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर को पत्र लिखकर इन आरोपों की जांच की मांग की थी.
Source : News Nation Bureau