बीजेपी के साथ तल्ख होते रिश्तों पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि वो अपना मित्र धर्म नहीं छोड़ेंगे लेकिन बीजेपी अगर इसके उलट सोचती है तो वो अपना रास्ता चुनेंगे।
बजट में आंध्र प्रदेश को ज्यादा फंड नहीं मिलने से तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) नाराज़ चल रही है और दोनों दलों में तनाव इतना बढ़ गया था कि गठबंधन टूटने के कागार पर था। लेकिन अमित शाह ने उन्हें किसी तरह मना लिया था।
आंध्र प्रदेश को बजट में बड़ा हिस्सा न दिये जाने से नाराज़ नायडू ने अपनी नाराजगी छुपाई नहीं और साफ तौर पर हमला करते हुए कहा, 'केंद्र सरकार को राज्य का अधिकार देना चाहिये। हम इसे छोड़ेंगे नहीं लेकिन हम रोते हुए बैठेंगे भी नहीं कि केंद्र ने हमें कुछ नहीं दिया। मुझे एक राज्य का निर्माण करना है।'
बीजेपी से संबंधों को लेकर उन्होंने कहा कि वो मित्र धर्म निभाएंगे लेकिन बीजेपी कुछ और फैसला लेती है तो मैं भी नमस्ते कर लूंगा।
उन्होंने कहा, 'मैं मित्र धर्म को नहीं छोड़ूंगा। अगर बीजेपी अलग जाना चाहती है तो मैं नमस्कार करूंगा और अपना रास्ता देखूंगा।'
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उन्होंने कहा कि दुनिया के तमाम देश मजबूत नेतृत्व के साथ आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन भारत में सभी साधन होने के बाद भी उतना विकास नहीं कर पा रहा है। साथ ही कहा कि इसके लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश नई खोज के लिये एक उत्तम जगह है। आंध्र प्रदेश इनोवेशन वैली होगा सिलिकॉन वैली आईटी के लिये है।
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Source : News Nation Bureau