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Nuclear Attack हुआ तो दुनिया का एक बड़ा हिस्सा 'परमाणु सर्दी' से तबाह हो जाएगा, ऐसे में हम क्‍या करें

अगर भारत-पाक के बीच जंग छिड़ती है और ये परमाणु जंग (Nuclear Attack) में तब्दील होती है तो उसके नतीजे क्या होंगे.

Updated on: 26 Feb 2019, 02:26 PM

नई दिल्‍ली:

Surgical Strike 2 के बाद अगर भारत-पाक के बीच जंग छिड़ती है और ये परमाणु जंग (Nuclear Attack) में तब्दील होती है तो एक हफ्ते में दो करोड़ दस लाख लोग मारे जाएंगे. आधे से ज्याद उसी वक्त बम (Nuclear Explosion) की तपिश से जल जाएंगे. बाकी जो बचेंगे वो रेडिएशन (Radiation) से मारे जाएंगे. दुनिया की आधी ओज़ोन (ozone) परत बर्बाद हो जाएगी. यानी सर्दी-गर्मी का मौसम ही खत्म हो जाएगा. वनस्पतियों और पेड़-पौधों का निशान तक मिट जाएगा. आधी दुनिया (World) के दो अरब लोग भूख से मर जाएंगे. दुनिया का एक बड़ा हिस्सा 'परमाणु सर्दी' से तबाह हो जाएगा. ऐसे में आम आदमी क्‍या करेगा. वेब साइट ready.gov के अनुसार परमाणु हमले के दौरान इस तरह हम अपना बचाव कर सकते हैं...

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  • आश्रय स्थानों की पहचान करें. जहां आप बहुत समय बिताते हैं, जैसे घर, काम और स्कूल के पास सबसे अच्छे आश्रय स्थान की पहचान करें. सबसे अच्छे स्थान भूमिगत और बड़ी इमारतों के बीच में हैं.आवागमन करते समय, विस्फोट की स्थिति में तलाश करने के लिए उपयुक्त आश्रयों की पहचान करें. बाहरी क्षेत्र, वाहन, मोबाइल घर पर्याप्त आश्रय प्रदान नहीं करते हैं. तहखाने या बड़े मल्टीस्टोरी इमारतों के केंद्र की तलाश करें.

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  • सुनिश्चित करें कि आपके पास लगातार स्थानों के लिए एक आपातकालीन आपूर्ति किट है और आपको 24 घंटे तक रहना पड़ सकता है. इसमें बोतलबंद पानी, पैकेज्ड फूड, इमरजेंसी मेडिसिन, हैंड-क्रैंक या बैटरी से चलने वाला रेडियो शामिल होना चाहिए ताकि केस पॉवर आउट, टॉर्च और जरूरी चीजों के लिए अतिरिक्त बैटरी की जानकारी मिल सके. यदि संभव हो तो, तीन या अधिक दिनों के लिए आपूर्ति की दुकान.

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  • सबसे बुनियादी मशविरा तो यही है कि लोग घरों के अंदर ही रहें. लेकिन परमाणु हमले की सूरत में सारा माहौल ही उसकी चपेट में आ जाता है. फिर चाहे कोई घर के अंदर रहे या बाहर असर तो होगा ही. हां इतना ज़रूर है कि अगर आप ख़ुद को बिल्डिंग के अंदर लंबे वक़्त के लिए क़ैद कर लेते हैं तो रेडिएशन के भारी असर से ख़ुद को बचा सकते हैं.

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  • विकिरण से बचने के लिए निकटतम किसी भवन के अंदर शरण लें, अगर वह ईंट और कंक्रीट से बना है तो बेहतर है. दूषित कपड़ों को हटा दें और विस्‍फोट के दौरान घर से बाहर थे तो असुरक्षित त्वचा को धो लें.

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  • इमारत के तहखाने में जाएं और बाहरी दीवारों और छत से दूर रहें. यहां 24 घंटे तक अंदर रहें जब तक कि स्थानीय अधिकारी अन्य निर्देश न दें. पुन: खतरनाक विकिरण के संपर्क से बचने के लिए परिवार को वहीं रहना चाहिए जहां थे.आधिकारिक जानकारी के लिए उपलब्ध किसी भी मीडिया में ट्यून करें जैसे कि बाहर निकलना कब सुरक्षित है और आपको कहां जाना चाहिए.परमाणु विस्फोट के बाद बैटरी संचालित और हैंड क्रैंक रेडियो कार्य करेंगे. सेल फोन, टेक्स्ट मैसेजिंग, टेलीविजन और इंटरनेट सेवाएं बाधित या अनुपलब्ध हो सकती हैं.
  • अगर कोई तेज़ आग का गोला या रोशनी नज़र आए तो उसकी तरफ़ मत देखिए. ये आपको अंधा कर सकती है. जितना जल्दी हो सके किसी बंद जगह पर ख़ुद को क़ैद कर लीजिए. रेडिएशन मीलों दूर तक फैलता है. लिहाज़ा ज़्यादा दूर जाने के बजाय जहां हैं वहीं ख़ुद के लिए महफ़ूज़ पनाहगाह तलाश लीजिए.
  • रेडिएशन आपके कपड़ों पर बैठ जाएगा, लिहाज़ा अपने कपड़े तुरंत बदल लीजिए और बदन को अच्छी तरह साफ़ कर लीजिए. जो कपड़े उतारें उन्हें किसी प्लास्टिक के बैग में बंद करके इंसानों और जानवरों से जितना दूर हो सके उतना दूर रखें. साबुन से अपने शरीर को अच्छी तरह से धो लें. लेकिन बदन को रगड़ना नहीं है. ना ही बालों में कंडीशनर का इस्तेमाल करें. रेडिएशन कंडीशनर के साथ चिपक कर आपके बालों में जमा हो सकता है. अपनी नाक, कान और आंखों को बहुत नाज़ुक तरीके से किसी साफ़ कपड़े या टिशू पेपर से साफ़ कीजिए.