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2,000 Rupee Note: दो हजार रुपये के नोट को लेकर जनता के मन में ये हैं सवाल, जानें दस खास बातें

भारतीय ​रिजर्व बैंक के अनुसार अब 2000 रुपये के नोट बंद क दिए गए हैं. दरअसल इसके सर्कुलेशन को वापस ले लिया है. मगर यह लीगल टेंडर बना रहेगा. इसे सिंतबर तक बैंक में जमा कराने होंगे.

Updated on: 19 May 2023, 08:26 PM

नई दिल्ली:

भारतीय ​रिजर्व बैंक के अनुसार अब 2000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए हैं. दरअसल इसके सर्कुलेशन को वापस ले लिया गया है. मगर यह लीगल टेंडर बना रहेगा. इसे सिंतबर तक बैंक में जमा कराना होगा. आपको बता दें कि नवंबर 2016 में केंद्र सरकार 1000 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोटों के विमुद्रीकरण के बाद 2000 रुपये का नोट सामने लेकर आई थी. मगर इन नोटों की छपाई को 2018-19 में बंद कर दिया गया. आइए जानते हैं इनसे जुड़ी दस बातें जो आप जानना चाहते होंगे. 

1. क्यों लाए गए थे 2000 रुपये के नोट? 

दो हजार के ये नोट आरबीआई एक्ट 1934 के सेक्शन 24 (1) के तहत सामने लाए गए थे. इसे पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के बाद करेंसी रिक्वायरमेंट के कारण इन नोटो को लाया गया था. दो हजार रुपये को लाने का लक्ष्य दूसरे नोट के पर्याप्त मात्रा में बाजार में लाने का था. जो अब खत्म हो गया. ऐसे में 2,000 रुपये के नोट की छपाई को 2018-19 में बंद कर दी गई. 

2. कब शुरू होगी नोटों को बदलने की प्रक्रिया? 

इन नोटों को बैंक खातों में जमा कराया जा सकता है. इसे किसी बैंक शाखा में जाकर बदला जा सकता है. लोग यह जान लें कि एक बार में 20 हजार रुपये के नोटों को बदला जा सकता है. यह पूरी प्रक्रिया 23 मई से आरंभ होगी. 

3. सर्कुलेशन को क्यों किया गया था कम? 

31 मार्च 2017 को सर्कुलेशन वाले नोट की कुल वैल्यू में इन नोटों की हिस्सेदार 50.2 फीसदी थी. यह कम होकर 31 मार्च 2022 तक 13.8 फीसदी तक पहुंच गई. अभी इसे बंद नहीं किया गया है. 

4. किस वर्ष में इन नोटों का चलन सबसे अधिक था?

दो हजार के नोटों का चलन वर्ष 2017-18 के दौरान ज्यादा रहा. उस समय 33,630 लाख दो हजार के नोट चलन में थे. इनका मूल्य 6.72 लाख करोड़ रुपये था. 

5. कब से नहीं हुई नोटों की छपाई? 

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने 2021 में ये जानकारी दी थी कि बीते दो साल से 2,000 रुपये छपाई को बंद कर दिया गया है. यह निर्णय आरबीआई से बातचीत के बाद लिया गया था. अप्रैल 2019 के बाद से एक भी नोट नहीं छापा गया. 

6. इसे नोटबंदी कहा जा सकता है?

इसे नोटबंदी नहीं कहा जा सकता है. अभी भी 2,000 रुपये के नोट मान्य हैं. इन पर अभी पाबंदी नहीं लगाई गई है. 

7. एक बार में कितने नोटों को बदला जा सकता है? 

बैंक का रोजमर्रा काम प्रभावित न हो. इसके लिए एक बार में 20,000 रुपये की सीमा ही तय की गई है. इसका अर्थ है कि 23 मई से 30 सितंबर 2023 तक आप एक बार में 20,000 रुपये तक के 2000 रुपये के नोटों को बदल सकते हैं. 

8. जिसके पास 2000 रुपये का नोट है वह क्या करें?

जिसके पास 2000 रुपये नोट हैं, उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है. आरबीआई ने इसे बदलने के लिए पर्याप्त समय दिया है. इन्‍हें आप अपनी सुविधा के अनुसार, बदल सकते हैं. 

9. आरबीआई ने क्या निर्णय लिया है?

आरबीआई ने 2000 रुपये के बैंक नोटों को और नहीं छापने का फैसला किया है. इन नोटों को नोटबंदी के बाद नवंबर 2016 में शुरू किया गया था. इन्‍हें सिस्‍टम से तेजी से वापस लिया जाएगा. केंद्रीय बैंक का मानना है कि इन नोटों को छापने का मकसद पूरा हो चुका है.

10. किन नोटों के बदले 2000 के नोट को लाया गया था ?

वर्ष 2016 में 500 और 1000 के नोटों को बंद करने के बाद 2000 हजार के नोट को लांच किया गया था. उस समय इस नोट को लेकर कई सवाल उठे थे. इसे चिप वाला नोट भी कहा गया था.