पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से संबंधित स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है।
सरकार का तर्क है कि स्कूल 'लाठी चलाना' सिखाने के लिए नहीं बल्कि पढ़ाने के लिए होता है।
पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने विधानसभा परिसर में कहा, 'हमें आरएएस के करीब 125 स्कूलों के बारे में गुप्त सूचना मिली है। जो ज्यादातर उत्तर बंगाल में स्थित हैं। इन स्कूलों के पास शिक्षा विभाग का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) नहीं है। लेकिन स्कूल चल रहे हैं। हमने उनसे कहा है कि ऐसा न करें।'
उन्होंने कहा कि राजनीतिक समर्थन से ये स्कूल कोर्ट चले गए और उन्हें अब राज्य के शिक्षा विभाग से एनओसी लिए बिना काम करने की अनुमति मिल गई है। हम उनके खिलाफ लड़ रहे हैं और जरूरत पड़ने पर हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
पार्थ चटर्जी ने कहा, "स्कूल 'लाठी चलाना' सिखाने के लिए नहीं होते।"
उन्होंने कहा, 'लोग स्कूल चला सकते हैं लेकिन शिक्षा के नाम पर उनकी सोच धार्मिक कट्टरता वाली नहीं की जा सकती। अगर इस तरह का कोई भा मामला हमारी जानकारी में आया तो हम उनकी पहचान कर उनके खिलाफ कदम उठाएंगे।'
और पढ़ें: पाक और चीन षड्यंत्र के तहत करा रहा है बांग्लादेश से घुसपैठ- रावत
Source : News Nation Bureau