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दीदी के बागी मंत्री शुबेंदु का इस्तीफा नामंजूर, स्पीकर का नाटकीय फैसला

कि मुख्यमंत्री के राइट हैंड माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के बाद विधायक जितेंद्र तिवारी और अब एक और विधायक शीलभद्र दत्ता ने इस्तीफा दे दिया है.

Updated on: 18 Dec 2020, 04:23 PM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शुवेंदु अधिकारी के इस्तीफे के बाद भगदड़ की स्थिति है. यह अलग बात है कि ममता बनर्जी भी राजनीतिक की मंझी खिलाड़ी हैं. ऐसे में एक बेहद नाटकीय घटनाक्रम में ममता बनर्जी के बागी मंत्री शुबेंदु अधिकारी को पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी की तरफ से तगड़ा झटका लगा है. विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारी का इस्तीफा मंजूर करने से इनकार कर दिया है. इसके पीछे उन्होंने जिन तकनीकी कारणों का हवाला दिया है, उन पर तर्क-वितर्क की भरपूर गुंजाइश है. 

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पश्चिम बंगाल विधान सभा अध्यक्ष ने कहा, 'मैंने उनके इस्तीफे पत्र की जांच की है और पाया है कि इसमें तारीख निर्दिष्ट नहीं है. मुझे सूचित नहीं किया गया था कि उनका (शुभेंदु अधिकारी) इस्तीफा स्वैच्छिक और वास्तविक है. इसलिए इसे स्वीकार करना संभव नहीं है. मैंने उसे 21 दिसंबर को मेरे सामने पेश होने के लिए कहा है.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के राइट हैंड माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी के बाद विधायक जितेंद्र तिवारी और अब एक और विधायक शीलभद्र दत्ता ने इस्तीफा दे दिया है. टीएमसी सूत्रों का कहना है कि कुछ और बड़े नेता और विधायक इस्तीफा देने की कतार में हैं. यह सब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय बंगाल दौरे से पहले हो रहा है. खास बात यह है कि टीएमसी कार्यकर्ता बौखलाहट में बागी हुए नेताओं के पोस्टरों-बैनरों पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं.